उत्तरकाशी: मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता के नाम गढ़वाली बोली में पत्र लिखा तो वहीं अब उत्तरकाशी डीएम डॉ. आशीष चौहान ने भी जनपद के प्रधानों के नाम गढ़वाली बोली में पत्र लिखा है. इसमें डीएम ने प्रधानों से अपील की है कि प्रवासियों के गांव लौटने के बाद उनके क्वारंटाइन करने में प्रशासन की मदद करें और साथ ही गांव के पंचायत भवन सहित सरकारी विद्यालयों को भी तैयार करने की अपील की है.
उत्तरकाशी जिला प्रशासन के अनुसार जनपद के 4000 से अधिक प्रवासियों के जनपद और गांव आने की उम्मीद है. इसमें सबसे अहम भूमिका अब ग्राम पंचायतों की होने वाली है. क्योंकि प्रवासियों को कोरोना के किसी भी प्रकार के लक्षण न पाए जाने पर होम क्वारंटाइन के लिए भेजा जाएगा, जिसके तहत डीएम ने प्रधानों से अपील कि है कि अगर कोरोना के संक्रमण को बचाना है तो प्रवासियों को 14 दिन क्वारंटाइन रहकर अन्य ग्रामीणों से अलग रहना होगा.
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वहीं, डीएम डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि उन्होंने अपने गढ़वाली पत्र में ग्राम प्रधानों से अपील की है कि जो भी लोग गांव में क्वारंटाइन रहेंगे. उनकी चौकीदारी के लिए युवक मंगल दल सहित महिला मंगल दल और आशा आंगनबाड़ी को तैयार करें, साथ ही गांव आने वाले लोगों को समझाएं की अगर वह 14 दिन क्वारंटाइन रहेंगे तो यह पूरे समाज की भलाई के लिए अच्छा होगा. डीएम ने यह पत्र शनिवार शाम को प्रधानों के नाम गढ़वाली बोली में जारी किया है.