उत्तरकाशीः सीएम पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने बुधवार को उत्तरकाशी आपदा प्रभावित गांवों का निरीक्षण किया. इस दौरान मांडो गांव के निरीक्षण के दौरान आपदा प्रभावित उनसे मिलने और समस्या बताने की कोशिश करने लगे. लेकिन सुरक्षा घेरे के कारण आपदा प्रभावित सीएम से मिल नहीं पाए. इस पर एक महिला अपना दुखड़ा बताते-बताते रोने लगी.
उत्तरकाशी आपदा के बाद आपदा प्रभावित इलाकों का निरीक्षण करने पहुंचे सीएम धामी से मिलने के लिए आपदा प्रभावितों की भीड़ जुट गई. इस दौरान एक महिला सीएम से मिलना चाहती थी. लेकिन सुरक्षा घेरा होने के कारण महिला सीएम धामी से मिल नहीं पाई. जिसके बाद महिला अपना दुखड़ा बताते-बताते रोने लगी. महिला ने कहा कि उसकी सुनवाई कहीं नहीं हो रही है.
हालांकि, जब आपदा प्रभावित महिला का दर्द आंसुओं के साथ बाहर निकला तो महिला को सीएम धामी के पास जाने दिया गया. इसके बाद महिला ने रोते-रोते सीएम धामी को अपना दुखड़ा सुनाया. जिस पर सीएम ने आश्वासन दिया कि आपदा प्रभावितों के विस्थापन की कार्रवाई की जा रही है.
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इसके बाद सीएम धामी कार से मांडो गए और आपदा मृतकों के परिजनों से मिले और उन्हें सांत्वना दी. इसके बाद जैसे ही सीएम धामी का काफिला वापस सड़क पर लौट तो आपदा प्रभावितों ने उन्हें सड़क पर घेर लिया. आपदा प्रभावितों ने कहा कि सभी अधिकारी गांव के ऊपरी और निचले हिस्से के प्रभावित इलाकों का निरीक्षण कर रहे हैं. लेकिन बीच में जो नुकसान हुआ है, उसे कोई नहीं देख रहा.
इस दौरान कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि सीएम के आसपास मात्र अधिकारी और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता ही दिख रहे हैं. सीएम धामी ने आपदा प्रभावितों से बात ही नहीं की. उनके जाने पर आपदा प्रभावितों ने उत्तराखंड सरकार मुर्दाबाद के नारे भी लगाए.