उत्तरकाशी: प्रदेश सरकार की तरफ से कोरोना की गाइडलाइन जारी की गई है, उसके तहत श्रद्धालुओं का चारधाम की यात्रा पर मनाही है. लेकिन गंगा दशहरा के दिन उत्तरकाशी और इसके आस पास के क्षेत्रों से स्थानीय लोग भारी संख्या में गंगोत्री धाम जाने की कोशिश की. ऐसे में पुलिस प्रशासन को लोगों को रोकने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ी. पुलिस के काफी समझाने के बाद श्रद्धालु वापस लौटने को राजी हुए.
दरअसल, गंगा दशहरे के अवसर पर उत्तरकाशी मुख्यालय और इसके आसपास के क्षेत्रों से भारी संख्या में स्थानीय श्रद्धालु गंगोत्री धाम पहुंचने की कोशिश की. हर्षिल में गंगोत्री हाईवे पर वाहनों की लंबी कतार लग गई. पुलिस ने बैरिकेडिंग कर गंगोत्री जाने वाले यात्रियों को बीच में ही रोक लिया. इस दौरान पुलिस की कुछ लोगों से थोड़ी-बहुत कहासुनी भी हो गई. नाराज यात्रियों का कहना था कि जब उन्हें उत्तरकाशी से हर्षिल तक आने में किसी ने नहीं रोका, तो अब उन्हें क्यों रोका जा रहा है?
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वहीं, कुछ लोगों ने बताया कि उन्हें धराली और मुखबा जाना था, लेकिन पुलिस ने उन्हें थराली बाजार के आगे बैरिकेडिंग कर आगे नहीं जाने दिया. वहीं, हर्षिल थानाध्यक्ष अश्विनी बलूनी ने बताया कि हाईकोर्ट के निर्देश और प्रदेश सरकार की जो SOP (Standard operating procedure) है, उसके अनुसार चारधाम में श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति नहीं है. इसलिए गंगोत्री जा रहे सभी वाहनों को हर्षिल और थराली में रोका गया है, जिससे कि कोविड गाइडलाइन का पालन हो सके.