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बाड़ाहाट के कांजी हाउस की एक तस्वीर ऐसी भी, जिन गायों को छोड़ दिया सड़कों पर आज वे दे रहीं है दूध

कुछ दिनों पहले ईटीवी भारत ने देहरादून के कांजी हाउस की तस्वीर दिखाई थी, जहां जुलाई महीने में 105 गोवंश की मौत हो गई थी.

कांजी हाउस
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Published : Aug 5, 2019, 10:28 PM IST

Updated : Aug 5, 2019, 11:44 PM IST

उत्तरकाशी: देहरादून नगर निगम के कांजी हाउस की वजह से त्रिवेंद्र सरकार की जो किरकिरी हुई, उस पर नगर पालिका बाड़ाहाट के कांजी हाउस ने मरहम लगाने की काम किया है. यहां कांजी हाउस की एक सुखद तस्वीर देखने को मिली. नगर पालिका बाड़ाहाट के कांजी हाउस में आवारा गोवंश को नया जीवन मिल रहा है. जिन गायों को दूध नहीं देने की वजह से छोड़ दिया जाता था आज वही गाय कांजी हाउस में दूध देने लगी हैं.

गुफ़ियारा स्थित कांजी हाउस में सड़कों पर छोड़ दी गए गोवंश को एक महिला समेत तीन कर्मचारी नया जीवन दे रहे हैं. यही कारण है कि कांजी हाउस में मौजूद 28 गायों में से दो गाय दुधारू हैं, जो वर्तमान में दूध दे रही हैं, वहीं अन्य चार गाय बच्चा देने वाली हैं.

यहां गायों को मिल रहा नया जीवन.

पढ़ें- नशा तस्करों के खिलाफ अब होगी गैंगस्टर की कार्रवाई, डीआईजी ने दिखाई सख्ती

कांजी हाउस कर्मचारियों का कहना है कि गायों की सही तरीके से देखरेख होने के बाद ही कांजी हाउस में गाय दूध देने लायक हुई हैं. प्रयास है कि अधिक से अधिक गायों को एक नया जीवन दिया जाए.

पहाड़ हो या मैदानी क्षेत्र जब गाय दूध देना छोड़ देती है तो लोग मां का दर्जा पाने वाली गौ माता को सड़कों पर पॉलीथिन खाने के लिए छोड़ देते हैं. ऐसे अवारा जानवरों को नगर निगम प्रशासन कांजी हाउस में छोड़ देता है. कांजी हाउस में मवेशियों की कितनी देखभाल होती है इसकी एक तस्वीर ईटीवी भारत देहरादून के कांजी हाउस की दिखा चुका है, लेकिन नगर पालिका बाड़ाहाट के कांजी हाउस तस्वीर ऐसी नहीं है.

पढ़ें- अनुच्छेद 370: कश्मीरी व्यापारी बोले- सरकार का फैसला हैरान करने वाला

उत्तरकाशी के कांजी हाउस में इस समय 28 गाय हैं. जिनकी देख रेख का जिम्मा एक महिला समेत तीन कर्मचारियों पर है. यहां के कर्मचारियों की मेहनत का ही नतीजा है कि इसमें 28 में दो गाय आज दूध दे रही हैं.

उत्तरकाशी: देहरादून नगर निगम के कांजी हाउस की वजह से त्रिवेंद्र सरकार की जो किरकिरी हुई, उस पर नगर पालिका बाड़ाहाट के कांजी हाउस ने मरहम लगाने की काम किया है. यहां कांजी हाउस की एक सुखद तस्वीर देखने को मिली. नगर पालिका बाड़ाहाट के कांजी हाउस में आवारा गोवंश को नया जीवन मिल रहा है. जिन गायों को दूध नहीं देने की वजह से छोड़ दिया जाता था आज वही गाय कांजी हाउस में दूध देने लगी हैं.

गुफ़ियारा स्थित कांजी हाउस में सड़कों पर छोड़ दी गए गोवंश को एक महिला समेत तीन कर्मचारी नया जीवन दे रहे हैं. यही कारण है कि कांजी हाउस में मौजूद 28 गायों में से दो गाय दुधारू हैं, जो वर्तमान में दूध दे रही हैं, वहीं अन्य चार गाय बच्चा देने वाली हैं.

यहां गायों को मिल रहा नया जीवन.

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कांजी हाउस कर्मचारियों का कहना है कि गायों की सही तरीके से देखरेख होने के बाद ही कांजी हाउस में गाय दूध देने लायक हुई हैं. प्रयास है कि अधिक से अधिक गायों को एक नया जीवन दिया जाए.

पहाड़ हो या मैदानी क्षेत्र जब गाय दूध देना छोड़ देती है तो लोग मां का दर्जा पाने वाली गौ माता को सड़कों पर पॉलीथिन खाने के लिए छोड़ देते हैं. ऐसे अवारा जानवरों को नगर निगम प्रशासन कांजी हाउस में छोड़ देता है. कांजी हाउस में मवेशियों की कितनी देखभाल होती है इसकी एक तस्वीर ईटीवी भारत देहरादून के कांजी हाउस की दिखा चुका है, लेकिन नगर पालिका बाड़ाहाट के कांजी हाउस तस्वीर ऐसी नहीं है.

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उत्तरकाशी के कांजी हाउस में इस समय 28 गाय हैं. जिनकी देख रेख का जिम्मा एक महिला समेत तीन कर्मचारियों पर है. यहां के कर्मचारियों की मेहनत का ही नतीजा है कि इसमें 28 में दो गाय आज दूध दे रही हैं.

Intro:नगरपालिका बाड़ाहाट के कांजी हाउस में आवारा गायों को नया जीवनदान मिल रहा है। जिन गायों को इस लिए सड़कों पर छोड़ दिया गया कि वह अब दूध नहीं देंगी। तो सड़कों से कांजी हाउस में पहुँचने के बाद अब यह आवारा गाय फिर से दूध देने लगी है। उत्तरकाशी। कुछ दिन पूर्व नगर निगम देहरादून के कांजी हाउस में प्रदेश सरकार की जमकर किरकरी हुई थी। तो वहीं दूसरी और नगरपालिका बाड़ाहाट में एक सुखद तस्वीर देखने को मिली। नगरपालिका के गुफ़ियारा स्थित कांजी हाउस में सड़कों पर छोड़ दी गई आवारा गायों को एक महिला सहित तीन कर्मचारी नया जीवन दे रहे हैं। यही कारण है कि कांजी हाउस में मौजूद 28 गायों में से दो गाय दुधारू हैं। जो कि वर्तमान में दूध दे रही हैं। तक वहीं चार अन्य गाय हैं। जो कि मां बनने वाली हैं। पालिका के कांजी हाउस कर्मचारियों का कहना है कि गायों की सही तरीके से देखरेख होने के बाद ही कांजी हाउस में गाय दूध देने लायक हुई हैं। प्रयास है कि अधिक से अधिक गायों को एक नया जीवन दिया जाए।


Body:वीओ-1, पहाड़ हो या मैदानी क्षेत्र जब गाय दूध देना छोड़ देती है।तो माँ का दर्जा पाने वाली गौ माता को सड़कों पर पॉलीथिन खाने के लिए छोड़ दिया जाता है। उसके बाद नगर निकाय प्रशासन उन्हें कांजी हाउस में छोड़ देता है। साथ ही नगर निगम देहरादून की तस्वीर आने के बाद प्रदेश में गायों की स्थिति पर एक बड़ी चिंता सामने आ गई थी। इसके बीच नगरपालिका बाड़ाहाट के कांजी हाउस में एक अलग ही तस्वीर सामने आई है। यहां पर नगरपालिका की और से एक महिला समेत तीन कर्मचारी मौजूद है। जिन्होंने सड़को पर छोड़ी गई गायों को एक नया जीवन दिया है। वर्तमान में उत्तरकाशी के कांजी हाउस में 28 गायों को पालन पोषण किया जा रहा है।


Conclusion:वीओ-2, नगरपालिका बाड़ाहाट के कांजी हाउस में दो गायें ऐसी हैं। जो कि कांजी हाउस में आने के बाद दुधारू गाय बनी और वर्तमान में वह दूध दे रही हैं। साथ ही पालिका कर्मचारियों ने बताया कि 4 अन्य गाय हैं। जो कि जल्द ही माँ बनने वाली हैं और उसके बाद वह भी दूध देना शुरू कर देंगी। कहा कि अभी जो दूध होता है। उसका प्रयोग कांजी हाउस के कर्मचारी ही करते हैं।जैसे दूध बढ़ता जाएगा,तो उसके बाद पालिका प्रशासन के निर्देशानुसार ही उस दूध का प्रयोग किया जाएगा। बाइट- सुनीता रावत,कांजी हाउस कर्मचारी। बाईट- कांजी हाउस कर्मचारी।
Last Updated : Aug 5, 2019, 11:44 PM IST
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