देहरादून: उत्तराखंड और देश के दोनों के लिए अच्छी खबर है. सामरिक दृष्टि के महत्वपूर्ण उत्तरकाशी जिले की नेलांग घाटी में केंद्र सरकार ने दो महत्वपूर्ण सड़कों के निर्माण को मंजूरी दी है. ये दोनों सड़कें चीन बॉर्डर को जोड़ती हैं. दोनों सड़कों के बनने से भारतीय सेना की पहुंच चीन सीमा तक आसान हो जाएगी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद इसकी जानकारी दी है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इन दोनों सड़कों को लेकर केंद्र सरकार का धन्यवाद किया है. मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की सीमाओं को सशक्त एवं सुरक्षित बनाया जा रहा है. इसी कड़ी में राज्य की चीन से लगती सीमा तक आवाजाही को सुगम बनाने हेतु उत्तरकाशी की नेलांग घाटी में सुमवा से थांगला तक एवं मंडी से सांगचौखला तक सड़क निर्माण को स्वीकृति दी गई है. पीएम मोदी के नेतृत्व में हम अपनी सीमाओं को सुरक्षित करने और उत्तराखंड के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं.
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मा. प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में देश की सीमाओं को सशक्त व सुरक्षित बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में राज्य की चीन से लगती सीमा तक आवाजाही को सुगम बनाने हेतु उत्तरकाशी की नेलांग घाटी में सुमवा से थांगला तक व मंडी से सांगचौखला तक सड़क निर्माण को स्वीकृति दी गई है। pic.twitter.com/D3CmJv4TP1
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">मा. प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में देश की सीमाओं को सशक्त व सुरक्षित बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में राज्य की चीन से लगती सीमा तक आवाजाही को सुगम बनाने हेतु उत्तरकाशी की नेलांग घाटी में सुमवा से थांगला तक व मंडी से सांगचौखला तक सड़क निर्माण को स्वीकृति दी गई है। pic.twitter.com/D3CmJv4TP1
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 1, 2022मा. प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में देश की सीमाओं को सशक्त व सुरक्षित बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में राज्य की चीन से लगती सीमा तक आवाजाही को सुगम बनाने हेतु उत्तरकाशी की नेलांग घाटी में सुमवा से थांगला तक व मंडी से सांगचौखला तक सड़क निर्माण को स्वीकृति दी गई है। pic.twitter.com/D3CmJv4TP1
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बता दें कि वाइल्ड लाइफ क्लीयरेंस न मिलने के कारण साल 2020 से दोनों सड़कों का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ था. लेकिन नेशनल वाइल्डलाइफ बोर्ड मीटिंग में दोनों सड़कों के मामलों पर चर्चा हुई, जिसके बाद बोर्ड ने दोनों सड़कों को स्वीकृत कर दिया. सुमला से थांगला तक 11 किलोमीटर और मंडी से सांगचौखला तक 17 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई जाएगी.