उत्तरकाशीः उत्तराखंड में मॉनसून दस्तक दे चुका है, जिससे प्रदेशभर में जमकर बारिश हो रही है. उत्तरकाशी जिले की बात करें तो बीते शुक्रवार से लगातार भारी बारिश जारी है. जिला मुख्यालय में बीते 24 घंटे 47 एमएम और सबसे ज्यादा चिन्यालीसौड़ तहसील में 72 एमएम बारिश हो चुकी है. इस कारण जिले की मुख्य नदियां भागीरथी और यमुना उफान पर हैं. हालांकि अभी भागीरथी नदी अपने खतरे के बाढ़ जल स्तर से 3 मीटर नीचे और यमुना 1 मीटर नीचे बह रही है. वहीं, प्रशासन ने भी एहतियातन स्थानीय लोगों को नदी से दूर रहने के निर्देश दिए हैं.
उत्तरकाशी जिले में तीन मुख्य नदियां भागीरथी, यमुना और टौंस हैं. इनका जलस्तर लगातार हो रही बारिश के कारण बढ़ रहा है. जिला आपदा प्रबंधन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार अभी भागीरथी नदी का जलस्तर 1120.74 मीटर है. जबकि, भागीरथी का बाढ़ जल स्तर 1123 मीटर है. उधर, यमुना नदी का जलस्तर 1058.420 मीटर पर है. जबकि, यमुना का बाढ़ जलस्तर 1059.400 मीटर है. वहीं, टौंस नदी की बात करें तो जलस्तर 1149.99 पर है और बाढ़ जलस्तर 1152.10 मीटर है.
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उत्तरकाशी में टौंस नदी भी बाढ़ जलस्तर से 3 मीटर नीचे बह रही है. हालांकि जिला प्रशासन की ओर से एहतियात के तौर पर स्थानीय लोगों को नदी से दूर रहने की हिदायत दी गई है. साथ बारिश और भूस्खलन और नदी के जलस्तर को जिला प्रशासन लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है.
मॉनसून के दौरान बरतें ये सावधानियां-
- मौसम पूर्वानुमान पर नजर रखें.
- बरसात में नदी-नालों से दूर रहें.
- नदियों और गदेरों में नहाने से परहेज करें.
- बरसात के दौरान सड़कों पर सावधानीपूर्वक आवाजाही करें.
- तेज बारिश या कोहरे में वाहनों की लाइटें ऑन रखें.
- संवेदनशील पहाड़ी ढलानों पर जाने से बचें.
- जलभराव की स्थिति में तालाब और पोखरों आदि से दूर रहें.
- मॉनसून के दौरान भूस्खलन क्षेत्र से दूर रहें.
- बिजली चमकने के दौरान पेड़ों से दूर रहें.
- नदी का जलस्तर बढ़ने पर सुरक्षित स्थान पर चले जाएं.
- यदि आपके घर गदेरे या नदी के पास हैं तो विशेष सतर्कता बरतें.
- आपातकालीन नंबर को हमेशा अपने पास रखें.
- अपने घर पर एक आपातकालीन किट तैयार रखें.
- किसी भी आपात स्थिति में तत्काल सूचना कंट्रोल रूम को दें.