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सारी गांव में महिलाओं ने की शराबबंदी!  शादी में नहीं परोसी जाएगी शराब, मीट मांस भी लगाया बैन - शादी में शराब पर रोक

alcohol ban at weddings उत्तरकाशी के सारी गांव में महिला मंगलदल अध्यक्ष कुशली देवी की अध्यक्षता में ग्रामीणों ने बैठक आयोजित की. जिसमें शादी-विवाह और अन्य आयोजनों में मेहमानों को शराब नहीं देने का फैसला लिया गया है.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 13, 2024, 9:21 PM IST

उत्तरकाशी: सीमांत जिला उत्तरकाशी का एक और गांव शराबबंदी की मुहिम में शामिल हो गया है. दरअसल भटवाड़ी ब्लॉक के सारी गांव की खुली बैठक में शादी-विवाह और अन्य आयोजनों में मेहमानों को शराब नहीं परोसने का फैसला लिया गया है. साथ ही सार्वजनिक कार्यों में मांस खाना भी प्रतिबंधित किया गया है. वहीं, अगर नियमों का उल्लंघन किया गया, तो संबंधित परिवार से 2100 रूपये अर्थदंड वसूला जाएगा और वह धनराशि महिला मंगलदल के बैंक खाते में जमा की जाएगी.

शराब के प्रचलन पर बुजुर्गों और महिलाओं ने जताई चिंता: सारी गांव की महिला मंगलदल अध्यक्ष कुशली देवी की अध्यक्षता में आयोजित ग्रामीणों की बैठक में शराब के बढ़ते प्रचलन पर गांव के बुजुर्गों और महिलाओं ने चिंता जताई. साथ ही कहा कि शादी-विवाह में कॉकटेल पार्टी का आयोजन होने से भाईचारा खत्म हो रहा है और युवाओं के बीच लड़ाई-झगड़ा होने से सामाजिक सौहार्द बिगड़ रहा है. जिससे बैठक में सर्व सम्मति से गांव में शराब पीने और पिलाने पर पूर्णरूप से रोक लगाने का निर्णय लिया गया.

ये भी पढ़ें: स्वामी आनंद स्वरूप ने उत्तराखंड में शराब और मांस पर प्रतिबंध लगाने की उठाई मांग, कहा- धर्मनगरी हरिद्वार से हो शुरूआत

नियमों का उल्लंघन करने पर होगा सामाजिक बहिष्कार : बुजुर्गों और महिलाओं ने कहा कि अगर कोई गांव में शराब बेचते हुए पकड़ा गया, तो उसे सीधे पुलिस के हवाले किए किया जाएगा. शादी-विवाह और अन्य धार्मिक आयोजन के दौरान शराब पार्टी करने वाले परिवार का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा. शादी-विवाह के दौरान महिला मंगल से जुड़ी महिलाएं खुद ही शराब पीने वालों की निगरानी करेगी. गांव की अन्य महिलाओं ने उनका समर्थन करते हुए शराबंदी करने की प्रमुखता से उठाई. बैठक में सरस्वती देवी, प्रकाशी, केशवी, पुरण देई, पुष्पा पंवार, जगदेई, कृष्णा, प्रतिमा, संगीता, लक्ष्मी, रेशमा व बबीता उपस्थित रही.

ये भी पढ़ें: रुड़की के लिब्बरहेड़ी गांव में अवैध शराब के ठिकाने पर छापा, हजारों लीटर लहन और कच्ची मदिरा की नष्ट

उत्तरकाशी: सीमांत जिला उत्तरकाशी का एक और गांव शराबबंदी की मुहिम में शामिल हो गया है. दरअसल भटवाड़ी ब्लॉक के सारी गांव की खुली बैठक में शादी-विवाह और अन्य आयोजनों में मेहमानों को शराब नहीं परोसने का फैसला लिया गया है. साथ ही सार्वजनिक कार्यों में मांस खाना भी प्रतिबंधित किया गया है. वहीं, अगर नियमों का उल्लंघन किया गया, तो संबंधित परिवार से 2100 रूपये अर्थदंड वसूला जाएगा और वह धनराशि महिला मंगलदल के बैंक खाते में जमा की जाएगी.

शराब के प्रचलन पर बुजुर्गों और महिलाओं ने जताई चिंता: सारी गांव की महिला मंगलदल अध्यक्ष कुशली देवी की अध्यक्षता में आयोजित ग्रामीणों की बैठक में शराब के बढ़ते प्रचलन पर गांव के बुजुर्गों और महिलाओं ने चिंता जताई. साथ ही कहा कि शादी-विवाह में कॉकटेल पार्टी का आयोजन होने से भाईचारा खत्म हो रहा है और युवाओं के बीच लड़ाई-झगड़ा होने से सामाजिक सौहार्द बिगड़ रहा है. जिससे बैठक में सर्व सम्मति से गांव में शराब पीने और पिलाने पर पूर्णरूप से रोक लगाने का निर्णय लिया गया.

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नियमों का उल्लंघन करने पर होगा सामाजिक बहिष्कार : बुजुर्गों और महिलाओं ने कहा कि अगर कोई गांव में शराब बेचते हुए पकड़ा गया, तो उसे सीधे पुलिस के हवाले किए किया जाएगा. शादी-विवाह और अन्य धार्मिक आयोजन के दौरान शराब पार्टी करने वाले परिवार का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा. शादी-विवाह के दौरान महिला मंगल से जुड़ी महिलाएं खुद ही शराब पीने वालों की निगरानी करेगी. गांव की अन्य महिलाओं ने उनका समर्थन करते हुए शराबंदी करने की प्रमुखता से उठाई. बैठक में सरस्वती देवी, प्रकाशी, केशवी, पुरण देई, पुष्पा पंवार, जगदेई, कृष्णा, प्रतिमा, संगीता, लक्ष्मी, रेशमा व बबीता उपस्थित रही.

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