उत्तरकाशी: भारत-चीन सीमा पर चार दिन पूर्व बर्फबारी में लापता तीनों पोर्टरों के शव मिलने के बाद वायु सेना के हेलीकॉप्टर से आइटीबीपी के मातली कैंप लाए गए. उसके बाद तीनों पोर्टरों के शव जिला अस्पताल पहुंचाये गये. शवों को देखते ही परिजनों में कोहराम मच गया. मृतकों के परिजनों ने ITBP से आश्रितों को रोजगार देने की मांग की.
परिजनों ने लिखित आश्वासन न मिलने तक पोर्टरों के शव न उठाने की जिद की. एसडीएम के समझाने पर जब परिजन नहीं माने, तो डीएम मयूर दीक्षित परिजनों के बीच पहुंचे. इस मामले में आईटीबीपी के उच्च अधिकारियों से बात करने के बाद 12 वीं वाहनीं ITBP मातली के सीओ और द्वितीय कमान अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे.
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उसके बाद डीएम और परिजनों को लिखित आश्वासन दिया कि इस सम्बंध में डीजी ITBP को विशेष अनुकंपा के आधार पर प्रस्ताव भेजा जाएगा. उसके बाद परिजन माने और करीब 4 घंटे की लंबी बातचीत और लिखित आश्वासन के बाद तीनों पोर्टरों के शव लिए और अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए.