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हेली हादसे के बाद आपदा प्रभावित क्षेत्रों में अब पैदल पहुंचायी जा रही राहत सामग्री - Uttarkashi helicopter crash

इस कार्य से साथ ही टीमें क्षतिग्रस्त मार्गों को भी दुरस्त करेगी. आराकोट बंगाण क्षेत्र में रविवार को जलप्रलय ने टिकोची, दुचानु, चिवां, किरानु, गोकुल, सनेल आदि गांव में तबाही मची थी. जिसके बाद से ही बचाव और राहत कार्य जारी है.

आपदा प्रभावित क्षेत्रों में अब पैदल पहुंचायी जा रही राहत सामग्री.
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Published : Aug 23, 2019, 10:44 AM IST

उत्तरकाशी: बुधवार को मोल्डी गांव में राहत सामग्री पहुंचाने वक्त हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के बाद शासन ने हेली रेस्क्यू पर रोक लगा दी थी. अब मात्र एक हेलीकॉप्टर ही राहत कार्यों में लगा हुआ है. जिससे गांवों तक राहत सामग्री समय पर नहीं पहुंच पा रही है. वहीं, जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान के निर्देश पर राहत और बचाव टीम शुक्रवार यानी आज से पैदल मार्गों से आपदा प्रभावित गांव तक राहत सामग्री पहुंचाएगी. जिससे आपदा प्रभावित लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े.

आपदा प्रभावित क्षेत्रों में अब पैदल पहुंचायी जा रही राहत सामग्री.

गौर हो कि इस कार्य से साथ ही टीमें क्षतिग्रस्त मार्गो को भी दुरस्त करेगी. आराकोट बंगाण क्षेत्र में रविवार को जलप्रलय ने टिकोची,दुचानु,चिवां, किरानु,गोकुल,सनेल आदि गांव में तबाही मची थी. जिसके बाद से ही बचाव और राहत कार्य जारी है. लेकिन बुधवार को हेलीकॉप्टर दुर्घटना ने हेली रेस्क्यू को शासन ने रोक दिया था. जिसके बाद वायु सेना का मात्र एक हेली ही राहत कार्यों में लगा है.

पढ़ें-उत्तरकाशी हेलीकॉप्टर क्रैश: कैप्टन रंजीत लाल को मिला था 'हिल रत्न' अवॉर्ड, जानिए क्यों ?

जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने नई योजना के तहत शुक्रवार यानी आज से पैदल मार्गों से गांव- गांव तक राहत सामग्री पहुंचाई जाएगी. इसके लिए आपदा खोज बचाव सहित एसडीआरएफ और आईटीबीपी सहित एनडीआरएफ और पुलिस की अलग-अलग टीमें बनाकर पैदल आपदा प्रभावित गांव में कार्य करेंगी.

जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि सनेल में हाईवे को आवाजाही के लिए खोल दिया है. टिकोची और मोल्डा गांव की सड़क पर भूस्खलन होने के कारण उसे दोबारा रिस्टोर किया जा रहा है. साथ ही आराकोट चिवां मोटर मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया गया. वहीं 19 गांव में बिजली की सुविधा को दुरुस्त कर दिया गया है. अन्य 15 गांव में 31अगस्त तक बिजली सुविधा सुचारु की जाएगी.

उत्तरकाशी: बुधवार को मोल्डी गांव में राहत सामग्री पहुंचाने वक्त हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के बाद शासन ने हेली रेस्क्यू पर रोक लगा दी थी. अब मात्र एक हेलीकॉप्टर ही राहत कार्यों में लगा हुआ है. जिससे गांवों तक राहत सामग्री समय पर नहीं पहुंच पा रही है. वहीं, जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान के निर्देश पर राहत और बचाव टीम शुक्रवार यानी आज से पैदल मार्गों से आपदा प्रभावित गांव तक राहत सामग्री पहुंचाएगी. जिससे आपदा प्रभावित लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े.

आपदा प्रभावित क्षेत्रों में अब पैदल पहुंचायी जा रही राहत सामग्री.

गौर हो कि इस कार्य से साथ ही टीमें क्षतिग्रस्त मार्गो को भी दुरस्त करेगी. आराकोट बंगाण क्षेत्र में रविवार को जलप्रलय ने टिकोची,दुचानु,चिवां, किरानु,गोकुल,सनेल आदि गांव में तबाही मची थी. जिसके बाद से ही बचाव और राहत कार्य जारी है. लेकिन बुधवार को हेलीकॉप्टर दुर्घटना ने हेली रेस्क्यू को शासन ने रोक दिया था. जिसके बाद वायु सेना का मात्र एक हेली ही राहत कार्यों में लगा है.

पढ़ें-उत्तरकाशी हेलीकॉप्टर क्रैश: कैप्टन रंजीत लाल को मिला था 'हिल रत्न' अवॉर्ड, जानिए क्यों ?

जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने नई योजना के तहत शुक्रवार यानी आज से पैदल मार्गों से गांव- गांव तक राहत सामग्री पहुंचाई जाएगी. इसके लिए आपदा खोज बचाव सहित एसडीआरएफ और आईटीबीपी सहित एनडीआरएफ और पुलिस की अलग-अलग टीमें बनाकर पैदल आपदा प्रभावित गांव में कार्य करेंगी.

जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि सनेल में हाईवे को आवाजाही के लिए खोल दिया है. टिकोची और मोल्डा गांव की सड़क पर भूस्खलन होने के कारण उसे दोबारा रिस्टोर किया जा रहा है. साथ ही आराकोट चिवां मोटर मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया गया. वहीं 19 गांव में बिजली की सुविधा को दुरुस्त कर दिया गया है. अन्य 15 गांव में 31अगस्त तक बिजली सुविधा सुचारु की जाएगी.

Intro:आराकोट बंगाण क्षेत्र में आई आपदा में शुक्रवार को जिला प्रशासन नई योजना के साथ काम करेगा। पैदल ट्रैक मार्गो से युद्ध स्तर पर प्रभावित गांव-गांव तक राहत सामग्री पहुंचाई जाएगी। उत्तरकाशी। बुधवार को मोल्डी गांव में राहत सामग्री पहुचाने के बाद हेलीकॉप्टर दुर्घटना के कारण शासन ने हेली रेस्क्यू पर रोक लगा दी थी। अब मात्र एक वायु सेना का हेलीकॉप्टर ही राहत कार्यों में लगा है। जिससे गांव-गांव तक राहत समाग्री पहुचने में देरी हो रही है। इसके लिए डीएम डॉ आशीष चौहान के निर्देश पर शुक्रवार सुबह से युद्धस्तर पर पैदल ट्रैक मार्गों से राहत बचाव और खोज की टीमें आपदा प्रभावित गांव तक राहत सामग्री पहुंचाएंगे। वहीं इस कार्य से साथ टीमें क्षतिग्रस्त मार्गो को भी दुरस्त करेगी। जिससे कि ग्रामीणों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। Body:वीओ-1, आराकोट बंगाण क्षेत्र में रविवार को जलप्रलय ने टिकोची,दुचानु,चिवां, किरानु,ग़ोकुल,सनेल आदि गांव में विकराल तबाही मचाई थी। जिसके बाद जमीन के साथ ही आसमान से भी युद्धस्तर पर रेस्क्यू शुरू हुआ। लेकिन बुधवार को हेलीकॉप्टर दुर्घटना ने हेली रेस्क्यू को शासन ने रोक दिया और मात्र अब एक वायु सेना ही राहत कार्यों में लगा है। इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने नई योजना के तहत शुक्रवार सुबह से पैदल मार्गों से गांव- गांव तक राहत सामग्री पहुंचाई जाएगी। इसके लिए आपदा खोज बचाव सहित एसडीआरएफ और आईटीबीपी सहित एनडीआरएफ और पुलिस की अलग-अलग टीमें बनाकर शुक्रवार सुबह पैदल आपदा प्रभावित गांव के लिए रवाना होंगी। Conclusion:वीओ-2, डीएम डॉ आशीष चौहान ने बताया कि सनेल में हाइवे को आवाजाही के लिए खोल दिया है। टिकोची और मोल्डा गांव की सड़क पर भूस्खलन होने के कारण उसे दोबारा रिस्टोर किया जा रहा है। साथ ही आराकोट चिवां मोटर मार्ग का डीएम और एसपी पंकज भट्ट ने स्वयं स्थलीय निरीक्षण किया। साथ ही हेलीकॉप्टर से कुछ गांव में पाइपलाइन ड्राप करवाई गई है। वहीं 19 गांव में बिजली की सुविधा शुरू हो गई है। अन्य 15 गांव में 31अगस्त तक बिजली सुविधा सुचारू की जाएगी। बाइट- डॉ आशीष चौहान,डीएम उत्तरकाशी।
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