उत्तरकाशी: बुधवार को मोल्डी गांव में राहत सामग्री पहुंचाने वक्त हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के बाद शासन ने हेली रेस्क्यू पर रोक लगा दी थी. अब मात्र एक हेलीकॉप्टर ही राहत कार्यों में लगा हुआ है. जिससे गांवों तक राहत सामग्री समय पर नहीं पहुंच पा रही है. वहीं, जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान के निर्देश पर राहत और बचाव टीम शुक्रवार यानी आज से पैदल मार्गों से आपदा प्रभावित गांव तक राहत सामग्री पहुंचाएगी. जिससे आपदा प्रभावित लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े.
गौर हो कि इस कार्य से साथ ही टीमें क्षतिग्रस्त मार्गो को भी दुरस्त करेगी. आराकोट बंगाण क्षेत्र में रविवार को जलप्रलय ने टिकोची,दुचानु,चिवां, किरानु,गोकुल,सनेल आदि गांव में तबाही मची थी. जिसके बाद से ही बचाव और राहत कार्य जारी है. लेकिन बुधवार को हेलीकॉप्टर दुर्घटना ने हेली रेस्क्यू को शासन ने रोक दिया था. जिसके बाद वायु सेना का मात्र एक हेली ही राहत कार्यों में लगा है.
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जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने नई योजना के तहत शुक्रवार यानी आज से पैदल मार्गों से गांव- गांव तक राहत सामग्री पहुंचाई जाएगी. इसके लिए आपदा खोज बचाव सहित एसडीआरएफ और आईटीबीपी सहित एनडीआरएफ और पुलिस की अलग-अलग टीमें बनाकर पैदल आपदा प्रभावित गांव में कार्य करेंगी.
जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि सनेल में हाईवे को आवाजाही के लिए खोल दिया है. टिकोची और मोल्डा गांव की सड़क पर भूस्खलन होने के कारण उसे दोबारा रिस्टोर किया जा रहा है. साथ ही आराकोट चिवां मोटर मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया गया. वहीं 19 गांव में बिजली की सुविधा को दुरुस्त कर दिया गया है. अन्य 15 गांव में 31अगस्त तक बिजली सुविधा सुचारु की जाएगी.