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पांबदी के बावजूद उत्तरकाशी में दिखे 5 कांवड़िए, पुलिस प्रशासन पर उठे सवाल

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Published : Jul 17, 2021, 7:41 PM IST

Updated : Jul 17, 2021, 8:46 PM IST

उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा पर पाबंदी है. इसके बावजूद उत्तरकाशी में 5 कांवड़िए जलभर कर अपने राज्य जाते दिखाई दिए. ऐसे में पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

उत्तरकाशी में दिखें 5 कांवड़िए
उत्तरकाशी में दिखें 5 कांवड़िए

उत्तरकाशी: कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए धामी सरकार ने प्रदेश में कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी है. साथ ही पुलिस प्रशासन को अलर्ट रहने के सख्त निर्देश दिए गए हैं. इसके बावजूद भी 5 कांवड़िए उत्तरकाशी से गंगा जल भरकर अपने राज्य की ओर जाते दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में पुलिस-प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

उत्तरकाशी में 5 कांवड़िए जल भरकर अपने गंतव्य की ओर जाते दिखाई दिए. ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है. जबकि हर्षिल से आगे किसी को जाने की अनुमति नहीं है, तो ये कांवड़िए गंगोत्री धाम से जल भरकर अपने राज्यों की ओर कैसे जा रहे हैं? हालांकि, पुलिस प्रशासन का कहना है कि जो कांवड़िए जलभर कर जा रहे थे. उनका चालान काटा गया है. साथ ही कांवड़ यात्रा के कपड़े बदलवाकर उनको संबंधित राज्य के लिए भेज दिया है.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा रद्द, हरिद्वार को कोरोना केंद्र नहीं बनाना चाहती सरकार

बता दें कि नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश के कारण चारधाम यात्रा पूर्णत बंद है. जिसकी वजह से किसी भी व्यक्ति को गंगोत्री धाम जाने की इजाजत नहीं है. इसके बावजूद भी कांवड़िए जल भरकर अपने राज्यों की ओर जाते दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इन लोगों की पूरे मार्ग में किसी भी प्रकार की जांच नहीं की जा रही है? बीते कुछ दिनों से चार से पांच की संख्या में कांवड़िए जल भरकर वापस जाते हुए जनपद मुख्यालय में देखे जा रहे हैं.

इस बारे में एसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि शनिवार को पांच कांवड़ियों की आने की सूचना मिली थी. इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें हिरासत में लेकर चालान की कार्रवाई की गई. उसके बाद उनका जल बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर में चढ़वाकर, उनके कांवड़ यात्रा वाले कपड़े बदलवाकर घर भेज दिया गया.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में कांवड़ियों की ENTRY BAN, पड़ोसी राज्यों को पहुंचाया जाएगा गंगाजल

एसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि धराली पर बैरियर लगाकर पुलिस किसी को भी गंगोत्री नहीं जाने दे रही है. यह लोग घूमने के नाम पर हर्षिल धराली तक पहुंचे और उसके बाद वहीं से जल भरकर वापस लौट रहे थे. उन्होंने कहा कि पाबंदियों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं.

गौरतलब है कि धामी सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए कांवड़ यात्रा रद्द कर दी है. सीएम ने कांवड़ यात्रा को लेकर कहा कि लोगों को जिंदगी गंवानी पड़े तो ये भगवान को अच्छा नहीं लगेगा, इसलिए लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है. इसके साथ ही सीएम ने कहा कि राज्य सरकार हरिद्वार को कोरोना वायरस का केंद्र नहीं बनाना चाहती, जिसके चलते कांवड़ यात्रा को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है.

उत्तरकाशी: कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए धामी सरकार ने प्रदेश में कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी है. साथ ही पुलिस प्रशासन को अलर्ट रहने के सख्त निर्देश दिए गए हैं. इसके बावजूद भी 5 कांवड़िए उत्तरकाशी से गंगा जल भरकर अपने राज्य की ओर जाते दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में पुलिस-प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

उत्तरकाशी में 5 कांवड़िए जल भरकर अपने गंतव्य की ओर जाते दिखाई दिए. ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है. जबकि हर्षिल से आगे किसी को जाने की अनुमति नहीं है, तो ये कांवड़िए गंगोत्री धाम से जल भरकर अपने राज्यों की ओर कैसे जा रहे हैं? हालांकि, पुलिस प्रशासन का कहना है कि जो कांवड़िए जलभर कर जा रहे थे. उनका चालान काटा गया है. साथ ही कांवड़ यात्रा के कपड़े बदलवाकर उनको संबंधित राज्य के लिए भेज दिया है.

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बता दें कि नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश के कारण चारधाम यात्रा पूर्णत बंद है. जिसकी वजह से किसी भी व्यक्ति को गंगोत्री धाम जाने की इजाजत नहीं है. इसके बावजूद भी कांवड़िए जल भरकर अपने राज्यों की ओर जाते दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इन लोगों की पूरे मार्ग में किसी भी प्रकार की जांच नहीं की जा रही है? बीते कुछ दिनों से चार से पांच की संख्या में कांवड़िए जल भरकर वापस जाते हुए जनपद मुख्यालय में देखे जा रहे हैं.

इस बारे में एसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि शनिवार को पांच कांवड़ियों की आने की सूचना मिली थी. इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें हिरासत में लेकर चालान की कार्रवाई की गई. उसके बाद उनका जल बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर में चढ़वाकर, उनके कांवड़ यात्रा वाले कपड़े बदलवाकर घर भेज दिया गया.

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एसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि धराली पर बैरियर लगाकर पुलिस किसी को भी गंगोत्री नहीं जाने दे रही है. यह लोग घूमने के नाम पर हर्षिल धराली तक पहुंचे और उसके बाद वहीं से जल भरकर वापस लौट रहे थे. उन्होंने कहा कि पाबंदियों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं.

गौरतलब है कि धामी सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए कांवड़ यात्रा रद्द कर दी है. सीएम ने कांवड़ यात्रा को लेकर कहा कि लोगों को जिंदगी गंवानी पड़े तो ये भगवान को अच्छा नहीं लगेगा, इसलिए लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है. इसके साथ ही सीएम ने कहा कि राज्य सरकार हरिद्वार को कोरोना वायरस का केंद्र नहीं बनाना चाहती, जिसके चलते कांवड़ यात्रा को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है.

Last Updated : Jul 17, 2021, 8:46 PM IST
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