उत्तरकाशी: जंगलों में लगी आग इन दिनों और भी विकराल होती जा रही है. वनाग्नि से न सिर्फ वनसंपदा को नुकसान पहुंच रहा है बल्कि वन्यजीवों के अस्तित्व पर भी संकट गहराने लगा है. सबसे ज्यादा बुरी स्थिति उत्तरकाशी और यमुना वन प्रभाग की है. यहां के जंगलों में बीते कई दिनों से आग लगी हुई है. वहीं, मौसम विभाग की चेतावनी ने वन विभाग की मुश्किलें और बढ़ा दी है.
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मौसम विभाग की माने तो आने वाले 10 दिन में भीषण गर्मी पड़ने के आसार है. सूबे में ये दस दिन काफी गर्म रहेंगे. ऐसे में जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ने की संभावना है. उत्तरकाशी जिले की बात करें तो उत्तरकाशी वन प्रभाग में इस साल अभीतक वनाग्नि की 29 घटनाएं समाने आ चुकी है. जिसमें करीब 30 हेक्टयर जंगल जलकर राख हो चुका है. बुधवार को डुंडा रेंज में लगी आग रिहायशी इलाके तक पहुंच गई थी.
वहीं, आग से निपटने में वन विभाग पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है. पहाड़ों पर लगी आग गंगोत्री हाई-वे के लिए भी खतरा बनती जा रही है. क्योंकि पहाड़ों पर लगी आग के कारण पत्थर चटक कर हाई-वे पर गिर रहे है. जबकि, जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के लिए वन और दमकल विभाग के कर्मचारी पूरी कोशिश कर रहे हैं.
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इस मामले में उत्तरकाशी वन प्रभाग के डीएफओ संदीप कुमार का कहना है कि अभी तक आग लगने की 29 घटनाएं सामने आ चुकी है. जिसमे 30 हेक्टेयर जंगल को नुकसान पहुंचा है. हालांकि, अभी तक जनहानि नहीं हुई है. मौसम विभाग की चेतावनी के बाद सभी क्रू स्टेशन में अलर्ट कर दिया गया है.