रुद्रपुर: उत्तराखंड में सरकारी अस्पतालों की क्या हालात है, इसकी एक बानगी गुरुवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी के गृह जनपद उधमसिंह नगर जिले में देखने को मिली. मामला किच्छा स्वास्थ्य केंद्र का है. यहां जब परिजन गर्भवती महिला को भर्ती कराने के लिए लाए तो महिला डॉक्टर के छुट्टी पर होने की बात कहकर स्टाफ ने उसे वापस भेज दिया.
वहीं हॉस्पिटल से कुछ दूर जाते ही महिला को प्रसव पीड़ा होने लगी. यह देख वहां खड़े कुछ लोगों ने मामले की सूचना किच्छा विधायक राजेश शुक्ला को दी. इसके बाद विधायक ने महिला को हॉस्पिटल में भर्ती कराया, तब महिला की डिलीवरी हुई.
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जानकारी के मुताबिक गर्भवती महिला को परिजन गुरुवार को किच्छा स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे थे. लेकिन यहां डॉक्टरों ने महिला को ये कहते वापस भेज दिया था कि हॉस्पिटल की महिला डॉक्टर छुट्टी पर है. यहां पर कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं है. लाचार महिला अस्पताल से इंद्रा गांधी मैदान पहुंची, तभी अचानक उसे प्रसव पीड़ा हुई.
विधायक राजेश शुक्ला ने की मदद: महिला की खराब होती हालत को देख मैदान में बैठे कुछ लोगों ने मामले की सूचना विधायक राजेश शुक्ला को दी. इसके बाद विधायक राजेश शुक्ला ने हॉस्पिटल में फोन किया और महिला को भर्ती कराया. इसके बाद महिला की डिलीवरी हुई.
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कुछ ही देर बाद विधायक शुक्ला भी हॉस्पिटल पहुंचे और स्टाफ की जमकर क्लास लगाई. इस दौरान हॉस्पिटल के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. यदि यहां महिला डॉक्टर छुट्टी पर थी, उसे जिला अस्पताल क्यों रेफर नहीं किया गया.