गदरपुरः क्षेत्र के सुंदरपुर गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. प्रसव पीड़ा होने पर सुंदरपुर गांव से महिला को ई-रिक्शा से दिनेशपुर स्थित पुलिन कुमार विश्वास प्राथमिक राजकीय चिकित्सालय लाया गया. लेकिन अस्पताल गेट के सामने ई-रिक्शा में ही महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया.
आपको बता दें कि जब आशा कार्यकर्ता द्वारा महिला को राजकीय चिकित्सालय में ले जाया गया तो प्रभारी चिकित्सक ने उक्त बच्ची व महिला का नाम रजिस्ट्रेशन करने के लिए मना कर दिया.
इस दौरान आशा कार्यकर्ता व महिला के परिजनों ने डॉक्टर के समक्ष रजिस्ट्रेशन कराने के लिए बहुत मिन्नतें कीं पर डॉक्टर ने उनकी बातों को अनदेखी करते हुए आशा कार्यकर्ता के संग पीड़ित परिवार को चिकित्सालय से भगा दिया.
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अब सवाल यह उठता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा डिजिटल इंडिया का जो सपना जनता को दिखाया जा रहा है वो ऐसे डॉक्टरों के होते हुए कैसे पूरा होगा. अब देखना ये होगा कि डॉक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी या नहीं, ये तो आने बाला वक्त ही बताएगा.