रुद्रपुर: तराई पूर्वी वन प्रभाग के डोली रेंज में हाथियों के आतंक से स्थानीय लोग डरे हुए हैं. पराग फार्म में हाथियों के झुंड ने किसानों की कई एकड़ फसल को बर्बाद कर दिया है. हालांकि, अब वन विभाग हाथियों की लोकेशन ट्रेस करने में जुटा हुआ है, ताकि किसानों को हाथियों के आतंक से निजात दिलायी जा सके.
किच्छा के पराग फॉर्म में हाथियों के झुंड ने गन्ने की फसला को बूरी तरह रौंद दिया है. हाथी अभी तक लाखों रुपए की फसल बर्बाद कर चुके है. पराग फॉर्म में हाथियों की दस्तक से जहां ग्रामीण और किसान डरे हुए हैं तो वहीं वन विभाग भी अलर्ट हो गया है.
वन विभाग की टीम लगातार इलाके में गश्त कर लोगों आगाह कर रही है. इसके साथ ही वन विभाग हाथियों के झुंड को ट्रेस करने में जुटा हुआ है. इसके लिए ड्रोन कैमरे की मदद भी ली जा रही है.
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वन विभाग के मुताबिक, उन्हें 28 अक्टूबर की रात को सूचना मिली थी कि चार हाथियों का झुंड पराग फार्म में घुस कर फसलों को रौद रहा है. सूचना मिलते ही वन क्षेत्राधिकारी डौली टीम के साथ मौके पर पहुंचे. इस दौरान वहां काफी बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे. मानव-वन्य जीव संघर्ष की घटना को रोकने के लिए वन विभाग ने बड़ी संख्या में वहां वन कर्मियों को तैनात किया है.
गुरुवार को हाथियों की लोकेश ट्रेस करने के लिए प्रभागीय वनाधिकारी नीतीश मणि त्रिपाठी के निर्देश पर रेंज टीम ने ड्रोन कैमरों और दो ट्रैक्टर से पूरे इलाके की छानबीन की, लेकिन उन्हें कोई सफलता हाथ नहीं लगी.
वन क्षेत्राधिकारी अनिल जोशी ने बताया कि रेंज के वन कर्मी प्रभावित क्षेत्र में 24 घंटे तैनात हैं,. उन्होंने ग्रामीणों को एहतियात बरतने और रात्र में घर के बाहर न निकलने की अपील की है. हाथियों जो फसल बर्बाद की है उसका आकलन किया जा रहा है, ताकि नियमानुसार पीड़ित किसानों को मुआवज दिलाया जा सके.