खटीमा: खटीमा नगर पालिका के डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन ठेकेदार द्वारा खटीमा विकासखंड के गांव जंगल जोगीठहर में निजी भूमि पर कूड़े का निस्तारण किए जाने का ग्रामीणों ने विरोध किया है. आक्रोशित ग्रामीणों ने कूड़ा ले जा रहे ठेकेदार के ट्राली वाहनों को रोका और बीच मार्ग में नारेबाजी कर अपना विरोध जताया. हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस के समझाने पर भी ग्रामीणों ने किराए के खेत में कूड़ा नहीं डालने दिया.
घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे पुलिस प्रशासन और पालिका अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को कूड़ा निस्तारण ठेके की प्रक्रिया को समझाते हुए शांत करने का प्रयास किया गया, लेकिन ग्रामीण गांव में कूड़ा निस्तारण किए जाने का विरोध करते रहे. ग्रामीणों का कहना था कि शहर का कूड़ा गांव में डाला जा रहा है. जिससे ना सिर्फ गांव का वातावरण प्रदूषित हो रहा है, बल्कि गांव में महामारी फैलने का डर भी उत्पन्न हो गया है. जिसके बाद स्थानीय थाना पुलिस द्वारा हस्तक्षेप कर ठेकेदार के कूड़ा वाहनों को मुक्त कराया गया.
ये भी पढ़ें: हल्द्वानी: जल संस्थान कार्यालय के बाहर लोगों का धरना, फ्री पानी कनेक्शन देने की मांग
खटीमा के उप जिलाधिकारी रविंद्र सिंह बिष्ट ने मीडिया को बताया कि खटीमा नगर पालिका परिषद के पास कूड़ा निस्तारण हेतु टचिंग ग्राउंड की भूमि नहीं है, इसलिए कानूनी प्रक्रिया के तहत कूड़ा कलेक्शन ठेकेदार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में निजी भूमि धारक की भूमि को लीज पर लेकर कूड़ा निस्तारण किया जा रहा है, जोकि प्रक्रिया के तहत बिल्कुल सही है. उन्होंने कहा कि नगर पालिका और ठेकेदार को चाहिए कि कूड़ा निस्तारण से पहले कचरे की सही तरह से छटाई कर ली जाए और सावधानी के साथ कूड़े का निस्तारण किया जाए.
ये भी पढ़ें: रुद्रपुर में जलभराव की समस्या को लेकर अनोखा प्रदर्शन, पानी में बैठकर व्यापारियों ने दिया धरना