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भारत सरकार की सर्वे टीम को करना पड़ा ग्रामीणों के विरोध का सामना

भारत-नेपाल के बीच दो पक्षीय व्यापार प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड में नेपाल सीमा से लगे खटीमा बार्डर पर स्थित मेलाघाट में इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट के लिए वन विभाग की 28 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाना है.

सर्वे करती हुई टीम
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Published : Apr 4, 2019, 1:19 PM IST

Updated : Apr 4, 2019, 3:36 PM IST

खटीमा: भारत-नेपाल सीमा पर प्रस्तावित आईसीपी (इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट) के लिए जमीन का सर्वे करने गई भारत सरकार की चार सदस्यीय टीम को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. विवाद बढ़ता देख टीम बिना सर्वे करे ही वहां से वापस लौट गई.

सर्वे करती हुई टीम

पढ़ें-दिल्ली के रिटायर्ड ACP ने लगाया थाने में मारपीट का आरोप, SSP बोलीं- होगी जांच

बता दें कि भारत-नेपाल के बीच दो पक्षीय व्यापार प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड में नेपाल सीमा से लगे खटीमा बार्डर पर स्थित मेलाघाट में इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट के लिए वन विभाग की 28 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाना है. बुधवार को जमीन का सर्वे करने आई भारत सरकार की एक टीम मेलाघाट पहुंची, लेकिन टीम को इस जमीन पर सालों अवैध कब्जा जमाए बैठे ग्रामीण के विरोध का सामना करना पड़ा.

पढ़ें-पन्ना प्रमुख सम्मेलन में बीजेपी को मिला अल्पसंख्यकों का साथ, निशंक बोले- होगी ऐतिहासिक जीत

वहीं, विवाद बढ़ता देख टीम सर्वे का काम बीच में ही छोड़कर चली गई. क्योंकि जिस 25 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाना है, उस पर सुंदरनगर गांव के ग्रामीणों का अवैध कब्जा है. ग्रामीणों का कहना है कि वो बीते 60 सालों से यहां रह रहे हैं. अगर ये जमीन उनसे छीन ली गई तो वे बेघर हो जाएंगे. ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने टीम से आदर्श आचार संहिता के बाद सर्वे का काम करने के लिए कहा था, लेकिन भारत सरकार की टीम ने उनकी बात नहीं सुनी, जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया.

खटीमा: भारत-नेपाल सीमा पर प्रस्तावित आईसीपी (इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट) के लिए जमीन का सर्वे करने गई भारत सरकार की चार सदस्यीय टीम को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. विवाद बढ़ता देख टीम बिना सर्वे करे ही वहां से वापस लौट गई.

सर्वे करती हुई टीम

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बता दें कि भारत-नेपाल के बीच दो पक्षीय व्यापार प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड में नेपाल सीमा से लगे खटीमा बार्डर पर स्थित मेलाघाट में इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट के लिए वन विभाग की 28 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाना है. बुधवार को जमीन का सर्वे करने आई भारत सरकार की एक टीम मेलाघाट पहुंची, लेकिन टीम को इस जमीन पर सालों अवैध कब्जा जमाए बैठे ग्रामीण के विरोध का सामना करना पड़ा.

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वहीं, विवाद बढ़ता देख टीम सर्वे का काम बीच में ही छोड़कर चली गई. क्योंकि जिस 25 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाना है, उस पर सुंदरनगर गांव के ग्रामीणों का अवैध कब्जा है. ग्रामीणों का कहना है कि वो बीते 60 सालों से यहां रह रहे हैं. अगर ये जमीन उनसे छीन ली गई तो वे बेघर हो जाएंगे. ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने टीम से आदर्श आचार संहिता के बाद सर्वे का काम करने के लिए कहा था, लेकिन भारत सरकार की टीम ने उनकी बात नहीं सुनी, जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया.

Intro:एंकर- उधम सिंह नगर जिले के खटीमा से लगी नेपाल बॉर्डर पर बनेगा वाणिज्य केंद्र उर्फ ड्राई पोर्ट। नेपाल सीमा पर प्रस्तावित ड्राई पोर्ट के निर्माण के लिये बनने वाले एंट्रीग्रेटर चेकपोस्ट की भूमि चयन के लिये पहुची भारत सरकार की सर्वियर टीम का स्थानीय ग्रामीणों ने किया विरोध।

नोट- खबर एफटीपी में - bharat sarkaar ki sarve team ka virodh - नाम के फोल्डरर में है।


Body:वीओ-भारत के पडोसी देश नेपाल में खटीमा से लगे दोधारा चांदनी क्षेत्र में जहा पडोशी देश नेपाल की तरफ से ड्राई पोर्ट का निर्माण प्रस्तावित है। तो वही दोनों देशों की आपसी सहमति से खटीमा से लगे नेपाल बॉर्डर पर भारत सरकार की चार सदस्यीय सर्वे टीम भारत नेपाल एंट्रीग्रेटर चेकपोस्ट के सर्वे के लिये पहुची है। भारत सरकार की सर्वे टीम ने खटीमा इंडो नेपाल बॉर्डर पर मेलाघाट स्थित वन विभाग की ज़मीन पर एंट्रीग्रेटर चेकपोस्ट निर्माण हेतु भूमि का सर्वे किया। लेकिन सर्वे के दौरान भारत सरकार की टीम को इस क्षेत्र में अतिक्रमण कर सालो से रह रहे ग्रामीणों के आक्रोश से भी गुजरना पड़ा। विवाद की स्थिति होने पर भारत सरकार द्वारा भेजी गयी टीम को सर्वे के कार्य को अधूरा छोड़ कर बेरंग लौटना पड़ा। वही भारत सरकार द्वारा भेजी चार सदस्यीय सर्वे टीम की माने तो भविष्य मेव मेलाघाट सुदरनगर क्षेत्र से अब भारत नेपाल का आवागमन होगा। जिसके सर्वे के लिये भारत नेपाल सीमा पर स्थित पिलर नम्बर 7 से 25 एकड़ भूमि का सर्वे कर भारत सरकार को रिपोर्ट भेजनी है। वही टीम के सर्वे की सूचना मिलने पर वन विभाग की ज़मीन पर वर्षो से अवैध रूल से काबिज सुंदरनगर गॉव के लोगो ने टीम के सदस्यों का घेराव कर उनको वापस लौटा दिया।

बाइट- कहनेया कुमार जिला पंचायत सदस्य

बाइट- मोहम्मद तारिक सदस्य सर्वे टीम भारत सरकार


Conclusion:
Last Updated : Apr 4, 2019, 3:36 PM IST
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