रुद्रपुर: इन दिनों प्रदेश में यूकेएसएसएससी पेपर लीक (UKSSSC paper leak) मामला छाया हुआ है. इस मामले में एसटीएफ कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं साल 2015 में दारोगा भर्ती घोटाले की जांच विजिलेंस को सौंपने के बाद बीते दिन एसपी विजिलेंस प्रह्लाद मीणा (SP Vigilance Prahlad Meena) के नेतृत्व में 8 सदस्यों की टीम पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय (Pantnagar Agricultural University) पहुंची. इस दौरान एसपी विजिलेंस द्वारा कुलपति से मुलाकात भी की गई. जिसके बाद टीम द्वारा साल 2015 में हुई भर्तियों के संबंध में पत्रावलियों की जांच शुरू कर दी गई.
प्रदेश में यूकेएसएसएससी के पेपर लीक मामले में जांच कर रही एसटीएफ को आयोग की अन्य भर्ती परीक्षाओं में भी धांधली मिली है. जिसमें साल 2015 में पंतनगर विवि की टेक्स्ट एंड सेलेक्शन कमेटी द्वारा पुलिस विभाग में 356 दारोगाओं की सीधी भर्ती (Uttarakhand Inspector Recruitment Scam) भी शामिल है. इस भर्ती में ओएमआर शीट में गड़बड़ी के माध्यम से धांधली की गई थी. मामले में शासन की ओर से विजिलेंस को बीते आठ सितंबर को जांच सौंपी गई थी. जिसके बाद बीते दिन एसपी विजिलेंस प्रह्लाद मीणा के नेतृत्व में टीम पंतनगर कृषि विवि पहुंची. आठ सदस्यीय टीम ने कुलपति से मुलाकात भी की.
कुलपति से मुलाकात के बाद टीम ने लैंबर्ट स्क्वायर स्थित भर्ती सेल में इस भर्ती से जुड़े दस्तावेज खंगाले. इस दौरान टीम ने छह घंटे तक भर्ती से जुड़ी फाइलों व पत्रावलियों का निरीक्षण किया. हालांकि एसपी विजिलेंस इस मामले को कुलपति से मुलाकात करने की बात कर रहे हैं. वहीं कुलपति डॉक्टर मनमोहन चौहान ने कहा कि विजिलेंस को हर सहयोग किया जाएगा.
बता दें कि यूकेएसएसएससी (UKSSSC) के बाद अब वन दारोगा भर्ती में भी पेपर लीक का मामला सामने आया था. वन दारोगा भर्ती की ऑनलाइन परीक्षा में नकल का धंधा चल रहा था. जिसका एसटीएफ जांच में खुलासा हुआ है. एसटीएफ की प्राथमिक जांच में इसकी पुष्टि हुई है. कई छात्रों एवं केंद्रों को चिन्हित किया गया है. जिसके बाद इस मामले की जांच भी विजिलेंस कर रही है.