रुद्रपुर: मौसम विभाग इस साल ज्यादा ठंड होने का अनुमान लगा रहा है. दिसंबर, जनवरी और फरवरी माह में बारिश होने के भी आसार बन रहे है. यही नहीं पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में लोगों को शीतलहर का सामना करना पड़ेगा. सर्दी के मौसम में 10 से 15 बार बारिश होने से पहाड़ी जनपदों के किसानों को भी फायदा होगा.
पहाड़ों से लेकर तराई तक ठंड ने दस्तक देनी शुरू कर दी है. आलम ये है कि अब लोग रात्रि में अलाव का सहारा लेने लगे हैं. मौसम विभाग के अनुमान से अंदाजा लगाया जा सकता है कि दिसंबर, जनवरी और फरवरी माह में पड़ने वाली ठंड लोगों ज्यादा कंप कपाने वाली है. इसके अलावा इस साल पूर्व वर्षों की अपेक्षा पहाड़ी जिलों में अधिक बर्फबारी और वर्षा होने की संभावना है. जिस कारण मैदानी इलाकों को शीतलहर की संभावना बनी हुई है.
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पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक आरके सिंह ने बताया कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान अनुसार इस साल दिसंबर, जनवरी और फरवरी माह में कड़ाके की ठंड पड़ने वाली है. इन तीन माह में लगभग 15 बार पश्चिमी विक्षोभ उत्पन्न होने की संभावना बन रही है. जिस कारण पहाड़ी क्षेत्र में बर्फबारी ओर मैदानी इलाकों में वर्षा होने की संभावना बनेगी. पहाड़ों में अत्यधिक बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में लोगों को शीतलहर का सामना करना पड़ सकता है. सर्दी के मौसम में 15 पश्चमी विक्षोभ के कारण होने वाली वर्षा पहाड़ी जिलों के किसानों को फायदा पहुंचाने वाली है.
मौसम वैज्ञानिक आरके सिंह ने बताया कि पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष दिसंबर, जनवरी और फरवरी में लालिना की वजह से ठंड बढ़ने जा रही है. 25 दिसबंर से तराई क्षेत्रों में कोहरा लगने के आसार बन रहे हैं. पश्चिमी विक्षोभ के कारण तीन माह में 10 से 15 बार बारिश और पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी भी हो सकती है.