ETV Bharat / state

खटीमा में उत्तरायणी मेले का आयोजन, छलिया नृत्य ने लोगों को किया आकर्षित - खटीमा हिंदी समाचार

खटीमा में लगने वाले दो दिवसीय उत्तरायणी मेले का आज दूसरा और अंतिम दिन है. इस अवसर पर छलिया नृत्य के कलाकार अपनी नृत्य कला से लोगों का खूब मनोरंजन कर रहे हैं.

khatima
उत्तरायणी मेले का आयोजन
author img

By

Published : Jan 16, 2020, 9:38 AM IST

Updated : Jan 16, 2020, 10:11 AM IST

खटीमा: हरेला क्लब द्वारा 15 जनवरी को आयोजित होने वाले दो दिवसीय उत्तरायणी मेले का आज यानी गुरुवार को अंतिम दिन है. जिसका उद्घाटन स्थानीय विधायक कैलाश गहतोड़ी ने किया था. मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित होने वाले इस मेले में उत्तराखंड के पारंपरिक छलिया नृत्य के कलाकारों ने अपनी नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से आने वाले लोगों का खूब मनोरंजन किया.

उत्तरायणी मेले का आयोजन

जानकारी के मुताबिक चंपावत जिले के टनकपुर में उत्तरायणी मेला पिछले बारह सालों से आयोजित हो रहा है. वहीं, मकर संक्रांति के अवसर पर नगर में कलश और शोभा यात्रा भी निकाली गई. साथ ही उत्तराखंड के पारंपरिक छलिया नर्तकों ने भी मंच पर अपनी नृत्य कला का प्रदर्शन किया. वहीं, विभिन्न कालाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से लोगों का मनोरंजन किया. इस अवसर पर विधायक कैलाश गहतोड़ी ने पलायन को लेकर गीतकार बासु के गीत "पहाड़ का डाना" गाने का भी विमोचन किया.

ये भी पढ़ें: प्रदेशभर में धूमधाम से मनाई गई मकर संक्रांति, लोगों ने लगाई आस्था की डुबकी

वहीं विधायक कैलाश गहतोड़ी ने उत्तरायणी पर्व के अवसर पर प्रदेशभर में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों को पर्वतीय संस्कृति के संवर्धन के लिए आवश्यक बताया. उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से पहाड़ की संस्कृति का एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी द्वारा ग्रहण किए जाने का ये बेहतर माध्यम है.

खटीमा: हरेला क्लब द्वारा 15 जनवरी को आयोजित होने वाले दो दिवसीय उत्तरायणी मेले का आज यानी गुरुवार को अंतिम दिन है. जिसका उद्घाटन स्थानीय विधायक कैलाश गहतोड़ी ने किया था. मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित होने वाले इस मेले में उत्तराखंड के पारंपरिक छलिया नृत्य के कलाकारों ने अपनी नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से आने वाले लोगों का खूब मनोरंजन किया.

उत्तरायणी मेले का आयोजन

जानकारी के मुताबिक चंपावत जिले के टनकपुर में उत्तरायणी मेला पिछले बारह सालों से आयोजित हो रहा है. वहीं, मकर संक्रांति के अवसर पर नगर में कलश और शोभा यात्रा भी निकाली गई. साथ ही उत्तराखंड के पारंपरिक छलिया नर्तकों ने भी मंच पर अपनी नृत्य कला का प्रदर्शन किया. वहीं, विभिन्न कालाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से लोगों का मनोरंजन किया. इस अवसर पर विधायक कैलाश गहतोड़ी ने पलायन को लेकर गीतकार बासु के गीत "पहाड़ का डाना" गाने का भी विमोचन किया.

ये भी पढ़ें: प्रदेशभर में धूमधाम से मनाई गई मकर संक्रांति, लोगों ने लगाई आस्था की डुबकी

वहीं विधायक कैलाश गहतोड़ी ने उत्तरायणी पर्व के अवसर पर प्रदेशभर में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों को पर्वतीय संस्कृति के संवर्धन के लिए आवश्यक बताया. उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से पहाड़ की संस्कृति का एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी द्वारा ग्रहण किए जाने का ये बेहतर माध्यम है.

Intro:Summary- टनकपुर में लगे उत्तरायणी मेले में स्थानीय कलाकारों के अलावा पड़ोसी देश नेपाल के कलाकारों ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से मेले में मौजूद जनता का किया मनोरंजन।( रेडी टू पैकेज )

एंकर-हरेला क्लब द्वारा आयोजित दो दिवसीय उत्तरायणी मेले का उद्घाटन स्थानीय विधायक कैलाश गहतोड़ी ने दीप प्रज्वलित कर किया। मकर सक्रांति के अवसर पर नगर में कलश शोभा यात्रा के साथ शुरू हुए इस मेले में उत्तराखण्ड के पारंपरिक छलिया नर्तकों ने भी मंच में अपनी नृत्य कला से जोरदार समा बांधा।Body:
वीओ- चम्पावत जिले के टनकपुर में पिछले बारह सालों से आयोजित होने वाले दो दिवसीय उत्तरायणी मेला का आज से शुभारम्भ हो गया।हरेला क्लब द्वारा आयोजित इस मेले का उद्घाटन स्थानीय विधायक कैलाश गहतोड़ी ने दीप प्रज्वलित कर किया। मकर सक्रांति के अवसर पर नगर में कलश शोभा यात्रा के साथ शुरू हुए इस मेले में उत्तराखण्ड के पारंपरिक छलिया नर्तकों ने भी मंच में अपनी नृत्य कला से जोरदार समा बांधा।वही विभिन्न सँस्कृतिक कार्यक्रमो के अलावा इस दौरान विधायक ने पलायन के दर्द को दर्शाते गीतकार बासु के गीत पहाड़ का डाना गीत का भी विमोचन किया। वही चम्पावत विधायक कैलाश गहतोड़ी ने उत्तरायणी पर्व पर प्रदेश भर में होने वाले सँस्कृतिक कार्यक्रमो को पर्वतीय सँस्कृतिक के संवर्धन के लिए आवश्यक बताया। साथ इस तरह के आयोजनों से पहाड़ की संस्क्रति के एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में द्वारा ग्रहण किये जाने का बेहतर माध्यम बताया।वही हम आपको बता दे कि टनकपुर में हर वर्ष होने वाले दो दिवसीय उत्तरायणी मेले में उत्तराखण्ड से नेपाल तक के लोक कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करते है। जिसको देखने सीमान्त क्षेत्र की आमजनता भारी संख्या में इस आयोजन में शिरकत करती है।

बाइट 1- कैलाश गहतोड़ी, विधायक, चम्पावत।Conclusion:
Last Updated : Jan 16, 2020, 10:11 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.