खटीमा: सितारगंज में नंदौर नदी का खनन शुरू होते ही ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल शुरू कर दी और धरने पर बैठ गए. ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि नदी में खनन के लिए सरकारी रॉयल्टी अधिक रखी गई हैं. ऐसे में ट्रांसपोर्टरों ने धरना प्रदर्शन कर खनन रॉयल्टी को कम करने की मांग की है.
बता दें कि उधम सिंह नगर के सितारगंज स्थित नंदौर नदी में सरकारी गेटों पर खनन की रॉयल्टी ज्यादा होने से डंपर मालिक नाराज हैं. जिसको लेकर नाराज डंपर मालिकों ने एमबीआर गेट पर शनिवार को धरना प्रदर्शन किया. वहीं, प्रदर्शनकारी ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि अन्य प्रदेशों की तरह उत्तराखंड की नंदौर नदी में भी रॉयल्टी का रेट कम होना चाहिए. साथ ही रॉयल्टी के साथ ही रोड, सरकारी धर्म कांटा और वन विभाग द्वारा अलग-अलग पैसे वसूल किए जा रहे हैं. ऐसे में रॉयल्टी महंगी होने से ट्रांसपोर्टरों को कोई भी लाभ नहीं हो रहा है.
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वहीं, ट्रांसपोर्टरों ने मांग की है कि सरकार रॉयल्टी कम करे साथ ही स्टोन क्रशर मालिक अपना रेट खोलें, तभी ट्रांसपोर्ट नदी से खनन कार्य शुरू करेंगे. वहीं, नाराज ट्रांसपोर्टर ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक सरकारी रॉयल्टी कम नहीं होगी और स्टोन क्रशर मालिक रेट नहीं खोलेंगे, तबतक नंदौर नदी के चारों गेटों पर ट्रांसपोर्ट की कोई भी गाड़ी माल लेने नहीं जाएगी.