खटीमा/रामनगर: चंपावत जिले के टनकपुर में मुख्य बाजार को कंटेंनमेंट जोन घोषित करना व्यापारियों को नागवार गुजरा है. व्यापारियों ने इसका जोरदार विरोध किया. वहीं, रामनगर के कोटाबाग ब्लॉक में कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सीएससी अस्पताल में कोरोना जांच के लिए सेंटर बनाया गया है. अब करोना संदिग्ध मरीजों की जांच कोटाबाग के सीएससी अस्पताल में ही होगी.
दरअसल, खटीमा में प्रशासन ने वार्ड नं-7 और 8 के साथ ही मुख्य बाजार के कुछ हिस्सों को कंटेंनमेंट जोन बनाए जाने का आदेश दिया था. लेकिन पुलिस प्रशासन ने आज सुबह ही दुकानें बंद करने की अपील करते हुए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी. व्यापारियों ने इस दौरान प्रशासनिक कार्रवाई का विरोध जताया. उनका कहना है कि जो व्यापारी कोरोना पाॅजिटिव आया है, सिर्फ उसकी दुकान ही बंद कराई जाए. कोरोना की वजह से व्यापारी वर्ग की कमर पहले ही टूट चुकी है. वर्तमान में दुकानें बंद होने से उनकी हालत और भी बदतर हो जाएगी. व्यापारियों ने कोरोना की सैंपलिंग कराए जाने का भी विरोध किया है. वहीं, SDM दयानंद सरस्वती और एसओ जसवीर चौहान ने व्यापारियों को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन व्यापारी किसी की भी सुनने को तैयार नहीं हैं. आखिरकार व्यापारियों के विरोध के चलते प्रशासन को झुकना पड़ा.
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रामनगर में CSC अस्पताल में बनाया गया सेंटर
वहीं, उत्तराखंड सरकार की ओर से कोरोना की रोकथाम के लिए जांचों का दायरा बढ़ाने के आदेश दिए गए थे. इसे लेकर रामनगर के CHC अस्पताल में ही सेंटर बना गया है. इस सेंटर में 55 लोगों की जांच की गई, जिसमें 6 गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं. वहीं डॉ. देवेश चौहान ने बताया कि विभाग द्वारा जिन लोगों की जांच की गई है, उन सभी की जांच रिपोर्ट सोमवार तक आने की उम्मीद है. वहीं मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग आयोजित की गई थी, जिसमें मुख्य सचिव की ओर से कोरोना सैंपलिंग को बढ़ाए जाने के निर्देश दिए गए थे. इसी कड़ी में अस्पताल में कोरोना जांच की जा रही हैं.