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कोरोनाकाल में आर्थिक संकट से जूझ रहा टनकपुर डिपो, घाटे में बसों का संचालन

कोरोना संकट के कारण टनकपुर डिपो घाटे में चल रहा है. जिससे यहां काम करने वाले कर्मचारियों की तनख्वाह देने में भी काफी दिक्कतें आ रही हैं.

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कोरोनाकाल में संकट से जूझ रहा टनकपुर डिपो
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Published : Aug 26, 2020, 4:11 PM IST

खटीमा: कोरोना संक्रमण की वजह से पूरे देश में ट्रांसपोर्ट सेक्टर घाटे में चल रहा है. वहीं, उत्तराखंड परिवहन निगम भी इससे अछूता नहीं है. वर्तमान में अगर टनकपुर डिपो की बात करें तो यहां 10 से 12 लोकल बस सेवाएं राज्य सरकार के निर्देश पर संचालित की जा रही हैं. जिससे रोज मात्र 40 से 50 हजार की ही आमदनी हो पा रही है. टनकपुर रोडवेज के एआरएम से जब इस बाबत बात की गई तो उन्होंने इसे घाटे का सौदा बताया.

कोरोनाकाल में संकट से जूझ रहा टनकपुर डिपो

टनकपुर डिपो के एआरएम कृष्ण सिंह राणा ने बताया कि मार्च में लॉकडाउन के बाद टनकपुर डिपो की बस सेवाओं को बंद कर दिया गया था. जबकि, उसी समय सीजन की शुरुआत होने की वजह से यहां से 80 बसें संचालित होती थी. जिससे डिपो को रोज ₹14 से ₹15 लाख की इनकम होती थी.

पढ़ें- खुशखबरी! उत्तराखंड में खुलेगा IIMC का परिसर, सांसद बलूनी ने की पहल

वहीं, बाद में अनलॉक-1 में कुछ लोकल सेवाओं को शुरू करने के निर्देश राज्य सरकार ने दिये. तब से 10 से 12 बस सेवाओं को संचालित किया जा रहा है. जिस कारण डिपो को होने वाली इनकम मात्र ₹40 से ₹50 हजार होकर रह गई है.

पढ़ें-उत्तराखंड : कई स्थानों पर दरक रहे पहाड़, सुरक्षाबलों को भी हो रही परेशानी

उन्होंने बताया डिपो के लिए बसों का संचालन करना घाटे का सौदा है. उन्होंने कहा टनकपुर डिपो की बसों को राज्य के अन्य रूटों के साथ ही अन्य राज्य में चलने की अनुमति मिलेगी, तब जाकर ही स्थितियां कुछ ठीक हो पाएंगी. उन्होंने कहा घाटे के कारण टनकपुर डिपो के कर्मचारियों की तनख्वाह देने में भी काफी दिक्कतें पेश आ रही हैं.

खटीमा: कोरोना संक्रमण की वजह से पूरे देश में ट्रांसपोर्ट सेक्टर घाटे में चल रहा है. वहीं, उत्तराखंड परिवहन निगम भी इससे अछूता नहीं है. वर्तमान में अगर टनकपुर डिपो की बात करें तो यहां 10 से 12 लोकल बस सेवाएं राज्य सरकार के निर्देश पर संचालित की जा रही हैं. जिससे रोज मात्र 40 से 50 हजार की ही आमदनी हो पा रही है. टनकपुर रोडवेज के एआरएम से जब इस बाबत बात की गई तो उन्होंने इसे घाटे का सौदा बताया.

कोरोनाकाल में संकट से जूझ रहा टनकपुर डिपो

टनकपुर डिपो के एआरएम कृष्ण सिंह राणा ने बताया कि मार्च में लॉकडाउन के बाद टनकपुर डिपो की बस सेवाओं को बंद कर दिया गया था. जबकि, उसी समय सीजन की शुरुआत होने की वजह से यहां से 80 बसें संचालित होती थी. जिससे डिपो को रोज ₹14 से ₹15 लाख की इनकम होती थी.

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वहीं, बाद में अनलॉक-1 में कुछ लोकल सेवाओं को शुरू करने के निर्देश राज्य सरकार ने दिये. तब से 10 से 12 बस सेवाओं को संचालित किया जा रहा है. जिस कारण डिपो को होने वाली इनकम मात्र ₹40 से ₹50 हजार होकर रह गई है.

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उन्होंने बताया डिपो के लिए बसों का संचालन करना घाटे का सौदा है. उन्होंने कहा टनकपुर डिपो की बसों को राज्य के अन्य रूटों के साथ ही अन्य राज्य में चलने की अनुमति मिलेगी, तब जाकर ही स्थितियां कुछ ठीक हो पाएंगी. उन्होंने कहा घाटे के कारण टनकपुर डिपो के कर्मचारियों की तनख्वाह देने में भी काफी दिक्कतें पेश आ रही हैं.

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