सितारगंज: लोक निर्माण विभाग और राजस्व विभाग की टीम ने मीनाबाजार मार्ग पर अतिक्रमण हटाने के लिए चिह्नीकरण का काम शुरू कर दिया है. इससे व्यापारियों और अन्य लोगों में हड़कंप मच गया. वहीं, पूर्व विधायक नारायण पाल, पालिकाध्यक्ष हरीश दुबे आदि ने उपजिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में आरोप लगाया कि लोक निर्माण विभाग ने नगर के सौंदर्यीकरण के नाम पर धन का दुरुपयोग किया है. साथ ही मीनाबाजार में अतिक्रमण चिन्हित कर भय का माहौल बनाया जा रहा है.
लोक निर्माण विभाग ने नगर में सोमवार से अतिक्रमण हटाने का ऐलान किया था. अतिक्रमण तो नहीं हटाया गया, लेकिन मीनाबाजार में अतिक्रमण के स्थान को चिन्हित कर लिया गया. बताया जा रहा है कि वहां भी सड़क के बीच से दोनों तरफ 30-30 फीट तक अतिक्रमण हटाया जाएगा. इस कारण अतिक्रमण को चिन्हित करने से दुकानदारों और अन्य लोगों में हड़कंप मच गया. अतिक्रमण चिन्हित करने वालों में तहसीलदार युसूफ अली, लोनिवि के एई प्रमोद सुयाल, राजस्व निरीक्षक सुशील जुनेजा, राम अवतार, जेई सतपाल सिंह आदि शामिल थे.
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इधर पूर्व विधायक पाल और पालिकाध्यक्ष दुबे आदि ने उपजिलाधिकारी गौरव कुमार को ज्ञापन सौंपा. इसमें आरोप लगाया गया कि बाईपास रोड के सौंदर्यीकरण के लिए धन अवमुक्त किया गया था, लेकिन ठेकेदार ने मनमानी कर धनराशि का दुरुपयोग किया है. आरोप लगाया कि इस धन से गुणवत्ता विहीन कार्य किया गया है. साथ ही कहा गया कि इस मामले में प्रशासन को भी गुमराह किया गया है.