रुद्रपुर: तराई केंद्रीय वन प्रभाग के पीपलिया जंगल मे दो माह पूर्व हुई हाथी की मौत और उसके दांत की तस्करी करने के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. वहीं, मामले में आज वन विभाग ने जंगल से हाथी का शव बरामद कर पोस्टमॉर्टम करवाया गया. इस दौरान टीम को हाथी का दूसरा दांत भी गायब मिला, जिससे वन महकमा में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, हाथी को पोस्टमार्टम के बाद दफन कर दिया गया.
दो माह तक हाथी का शव जंगल मे सड़ता रहा, लेकिन वन महकमा गस्ती के नाम पर सिर्फ कागजों को भरता रहा. जब हाथी के दांत की तस्करी का मामला सामने आया तो तब विभाग हरकत में आया. मामले का संज्ञान वन मंत्री हरक सिंह रावत ने लेते हुए कार्रवाई के निर्देश देने के बाद विभाग द्वारा फारेस्ट गार्ड को घटना का जिमेदार मानते हुए सस्पेंड कर दिया गया. साथ ही वन दरोगा ओर आरओ पर मामूली कार्रवाई करते हुए उन्हें किच्छा ओर हल्द्वानी एसडीओ दफ्तर में अटैच कर दिया गया.
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आपको बता दें कि डीएफओ द्वारा प्रत्येक माह वन प्रभाग के रेंजरों के साथ बैठक कर क्षेत्र का रिवियु किया जाता है, लेकिन दो माह बीत जाने के बाद भी जंगल के सबसे बड़े जानवर की मौत की खबर से जंगल के रखवाले बेखबर थे. यह बड़े ही आश्चर्य की बात है.
एसडीओ ध्रुव सिंह मर्तोलिया ने बताया कि हाथी का पोस्टमार्टम किया गया है. मृतक हाथी की उम्र 40 वर्ष थी. हाथी की मौत नेचुरल हुई है. हाथी कीचड़ में फंसा हुआ था. हाथी का एक ओर दांत गायब है. मामले की जांच करते हुए दांत को तलाशा जा रहा है. जल्द ही दूसरे दांत को कब्जे में ले लिया जाएगा.