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पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण पर बोले हरदा, महापाप कर रहे हैं त्रिवेंद्र रावत - former cm harish rawat

पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण को लेकर राज्य सरकार द्वारा पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय की 1072 एकड़ उपजाऊ जमीन को नि:शुल्क देने को लेकर चर्चा गर्म हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार ने फैसले पर सवाल उठाए हैं.

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पूर्व मुख्यमंत्री हरिश रावत
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Published : Dec 8, 2020, 7:59 PM IST

रुद्रपुर/देहरादून: पंतनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए कृषि विश्वविद्यालय की उपजाऊ जमीन देने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने त्रिवेंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. उन्होंने सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि एयरपोर्ट तो पराग फार्म में भी बन सकता है. इसके लिए विश्वविद्यालय की उपजाऊ जमीन क्यों? उन्होंने कहा कि सीएम त्रिवेंद्र रावत विश्वविद्यालय की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं.

पढ़ें - खुशखबरी: अंतिम चरण में जॉलीग्रांट एयरपोर्ट की नये टर्मिनल का निर्माण कार्य, होंगी ये खूबियां

दरअसल, लंबे समय से पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण को लेकर कई सर्वे किए गए थे. कई अड़चनों के बाद जिला प्रशासन के सर्वे के बाद न्यू ग्रीन एयर फील्ड के लिए पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय की 1072 एकड़ उपजाऊ जमीन का प्रस्ताव बना कर शासन को भेजा गया था. शासन स्तर से भी पंतनगर कृषि विवि के कुलपति को पत्र लिखकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने के लिए निशुल्क भूमि देने के निर्देश दिए गए थे.

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी अपनी फेसबुक पेज पर लिखा कि 'किसानों के बढ़ते हुए आंदोलन और सरकार की हठधर्मिता से दुःखी है. वहीं, दूसरी ओर पंतनगर कृषि विवि की ब्रांड वेल्यू को खत्म किया जा रहा है. उन्होंने लिखा है कि विवि के विशाल स्वरूप को बदलने का षड्यंत्र किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि विवि के स्वरूप को बदल कर त्रिवेंद्र रावत महापाप कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अच्छी बात है कि सरकार नया एयरपोर्ट बना रही है. लेकिन विवि की उपजाऊ जमीन पर नहीं देना चाहिए था. उन्होंने सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि पंतनगर कृषि विवि एक अमूल्य धरोहर है, इसे बिखरने मत दीजिए.

रुद्रपुर/देहरादून: पंतनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए कृषि विश्वविद्यालय की उपजाऊ जमीन देने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने त्रिवेंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. उन्होंने सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि एयरपोर्ट तो पराग फार्म में भी बन सकता है. इसके लिए विश्वविद्यालय की उपजाऊ जमीन क्यों? उन्होंने कहा कि सीएम त्रिवेंद्र रावत विश्वविद्यालय की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं.

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दरअसल, लंबे समय से पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण को लेकर कई सर्वे किए गए थे. कई अड़चनों के बाद जिला प्रशासन के सर्वे के बाद न्यू ग्रीन एयर फील्ड के लिए पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय की 1072 एकड़ उपजाऊ जमीन का प्रस्ताव बना कर शासन को भेजा गया था. शासन स्तर से भी पंतनगर कृषि विवि के कुलपति को पत्र लिखकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने के लिए निशुल्क भूमि देने के निर्देश दिए गए थे.

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी अपनी फेसबुक पेज पर लिखा कि 'किसानों के बढ़ते हुए आंदोलन और सरकार की हठधर्मिता से दुःखी है. वहीं, दूसरी ओर पंतनगर कृषि विवि की ब्रांड वेल्यू को खत्म किया जा रहा है. उन्होंने लिखा है कि विवि के विशाल स्वरूप को बदलने का षड्यंत्र किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि विवि के स्वरूप को बदल कर त्रिवेंद्र रावत महापाप कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अच्छी बात है कि सरकार नया एयरपोर्ट बना रही है. लेकिन विवि की उपजाऊ जमीन पर नहीं देना चाहिए था. उन्होंने सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि पंतनगर कृषि विवि एक अमूल्य धरोहर है, इसे बिखरने मत दीजिए.

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