खटीमा: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा गोलीकांड की 27वीं बरसी पर शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि देने एक सितंबर को अपनी विधानसभा खटीमा आ रहे हैं. वहीं मुख्यमंत्री धामी के कार्यक्रम से पहले ही अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर राज्य आंदोलनकारियों ने खटीमा में शहीद स्मारक पर आमरण अनशन शुरू कर दिया है.
राज्य आंदोलनकारियों के साथ खटीमा शहीद स्मारक पर बैठे रुद्रपुर निवासी अवतार सिंह बिष्ट ने कहा कि तमाम सरकारों ने राज्य आंदोलनकारियों के साथ छलावा किया है. इसलिए 30 अगस्त को उन्होंने खटीमा पहुंच शहीद स्मारक पर राज्य आंदोलनकारियों की पांच सूत्रीय मांगों को लेकर आमरण अनशन शुरू कर दिया है.
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मांगें: प्रदेश में सभी राज्य आंदोलनकारियों को समान पेंशन दी जाए. समस्त राज्य आंदोलनकारियों को 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण मिले. दिवंगत आंदोलनकारियों के परिजनों को भी सुविधाएं मिले. राज्य आंदोलनकारियों को लेकर राज्य में जो भी शासनादेश हुए हैं, उन्हें सदन में रख एक्ट बनाया जाए. साथ राज्य भर में छूटे हुए वास्तविक राज्य आंदोलनकारियों को चिन्हित किया जाए.
अवतार सिंह ने यह भी कहा कि वह शांति पूर्ण तरीके से खटीमा के शहीद स्मारक पर अपना आमरण अनशन चला रहे हैं. 1 सितंबर खटीमा गोलीकांड 27वीं बरसी है. इस दौरान वे राज्य आंदोलनकारियों को स्मारक में श्रद्धा सुमन भी अर्पित करेंगे, लेकिन जब तक उनकी मांगों पर सरकार ठोस निर्णय नहीं लेती, उनका आमरण अनशन जारी रहेगा.
अवतार सिंह ने बताया कि सीएम को दौरे को देखते हुए कोतवाल नरेश चौहान ने उन्हें अनशन में न बैठने की अपील की थी. साथ ही उनकी मांगों को लेकर सीएम से मुलाकात करवाने की भी बात रखी थी, लेकिन वे इसके लिए तैयार नहीं हुए.