काशीपुर: अकाल तख्त साहिब अमृतसर के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह चंपावत में आयोजित एक कार्यक्रम के लिए पहुंचे थे, वे अमृतसर वापस लौटते वक्त रात्रि विश्राम के लिए काशीपुर में रुके. जहां उन्होंने एक पत्रकार वार्ता में कहा कि अपनी धार्मिक भावना जबरन किसी पर थोपना बहुत ही निंदनीय और कायरता है. इससे समाज को नुकसान हो रहा है.
बता दें कि, अकाल तख्त साहिब अमृतसर के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने चंपावत स्थित रीठा साहिब में आयोजित समागम में शिरकत की, हरप्रीत सिंह वापस अमृतसर लौटते वक्त रात्रि विश्राम के लिए काशीपुर के मोहल्ला पक्काकोट स्थित बड़े गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब में रुके. इस दौरान देर शाम को गुरुद्वारा में आयोजित पत्रकार वार्ता में जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि आज देश-दुनिया में धार्मिक कट्टरवाद बहुत फैल रहा है.
उन्होंने कहा कि इससे समाज को नुकसान हो रहा है. उन्होंने कहा हिंदू, सिख, इसाई, मुस्लिम कोई भी हो सभी को अपने-अपने धर्म के प्रति कट्टर होना चाहिए. लेकिन अपने धर्म की कट्टरता किसी अन्य पर नहीं थोपना चाहिए. इससे समाज को नुकसान होता है. देखा जा रहा है समय-समय पर कहीं न कहीं धर्मांतरण कराया जा रहा है जो समाज हित में नहीं है. किसी भी व्यक्ति का धर्म परिवर्तन कराना बहुत गलत और निंदनीय है.
उन्होंने जम्मू-कश्मीर में बीते दिनों हुई घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा यह नहीं होना चाहिए. आज के समय में अंतरजातीय विवाह हो रहे हैं इसका मतलब नहीं कि आप किसी पर भी अपना धर्म नहीं थोपे, लेकिन देखा जा रहा आज कुछ लोग धन-बल के जोर पर या अन्य लालच देकर लोगों का धर्मांतरण करा रहे हैं, जो किसी भी समाज के हित में नहीं है.
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ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सिख समाज से आह्वान किया कि वह अपने गुरु पर विश्वास रखे. गुरुद्वारे से जुड़े क्योंकि यह हमारी ताकत है. अगर हम एकता के साथ रहेंगे, तो मजबूत होंगे और राजनीतिक व धार्मिक सभी जगह सफल रहेंगे. लोगों में निजी मतभेद नहीं होना चाहिए. सभी को मिल जुलकर रहना चाहिए.