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काशीपुर में निकली शिव बारात, भक्तों का उमड़ा हुजूम

आज शिवरात्रि को लेकर शिवालय और मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. शिव पार्वती के विवाह उत्सव की पूर्व संध्या पर काशीपुर में शिव बारात मोहल्ला लहौरियां से शुरू होकर शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए मोटेश्वर महादेव मंदिर पहुंची.

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शिव बारात
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Published : Feb 21, 2020, 8:51 AM IST

Updated : Feb 21, 2020, 9:11 AM IST

काशीपुर: महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर शिव बारात का आयोजन किया गया. मोहल्ला लहौरियान में देर शाम निकाली गई शिव बारात में बाबा बर्फानी के भक्तों ने हिस्सा लिया. बारात में शिव पार्वती की प्रतिमा को पालकी में विराजमान किया गया. मोटेश्वर महादेव मंदिर के मुख्य पुजारी राघवेंद्र नागर ने विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना की.

शिव बारात

बताते चलें कि काशीपुर में चैती मंदिर के बराबर में भगवान मोटेश्वर महादेव मंदिर का विशालकाय मंदिर विराजमान है. करीब 400 वर्षों से यहां शिव बारात निकाली जा रही है. मंदिर के मुख्य पुजारी राघवेंद्र नागर के मुताबिक शिवरात्रि के पर्व को भगवान शंकर और माता पार्वती के विवाह के उत्सव के रूप में मनाया जाता हैं. स्कन्द पुराण के मुताबिक जो भक्त शिवरात्रि के दिन गंगा जल शिवलिंग पर चढ़ाते हैं. भगवान शिव उन्हें मोक्ष प्रदान करते है.

ये भी पढ़े: शिवना किनारे विराजे अष्टमुखी पशुपतिनाथ, हजारों साल पुराना है शिवलिंग

शिवरात्रि के नितीश काल में शिव पार्वती का विवाह किया जाता है. नागर परिवार द्वारा यह पालकी निकाली जाती है. शिवरात्रि के दिन चार पहर का पूजन भी किया जायेगा. कल देर शाम शिव बारात मोहल्ला लहौरियां से शुरू होकर शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए मोटेश्वर महादेव मंदिर पहुंची.

काशीपुर: महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर शिव बारात का आयोजन किया गया. मोहल्ला लहौरियान में देर शाम निकाली गई शिव बारात में बाबा बर्फानी के भक्तों ने हिस्सा लिया. बारात में शिव पार्वती की प्रतिमा को पालकी में विराजमान किया गया. मोटेश्वर महादेव मंदिर के मुख्य पुजारी राघवेंद्र नागर ने विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना की.

शिव बारात

बताते चलें कि काशीपुर में चैती मंदिर के बराबर में भगवान मोटेश्वर महादेव मंदिर का विशालकाय मंदिर विराजमान है. करीब 400 वर्षों से यहां शिव बारात निकाली जा रही है. मंदिर के मुख्य पुजारी राघवेंद्र नागर के मुताबिक शिवरात्रि के पर्व को भगवान शंकर और माता पार्वती के विवाह के उत्सव के रूप में मनाया जाता हैं. स्कन्द पुराण के मुताबिक जो भक्त शिवरात्रि के दिन गंगा जल शिवलिंग पर चढ़ाते हैं. भगवान शिव उन्हें मोक्ष प्रदान करते है.

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शिवरात्रि के नितीश काल में शिव पार्वती का विवाह किया जाता है. नागर परिवार द्वारा यह पालकी निकाली जाती है. शिवरात्रि के दिन चार पहर का पूजन भी किया जायेगा. कल देर शाम शिव बारात मोहल्ला लहौरियां से शुरू होकर शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए मोटेश्वर महादेव मंदिर पहुंची.

Last Updated : Feb 21, 2020, 9:11 AM IST
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