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क्या वाकई गोमूत्र से संभव है कोरोना का इलाज? जानिए 15 सालों से शोध कर रही वैज्ञानिक की राय

इस दिनों सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस से निपटने के लिए गोमूत्र और गोबर के इस्तेमाल करने की सलाह दी जा रही है. क्या गोमूत्र से कोरोना का इलाज संभव है इसका बारे में ईटीवी भारत ने गोमूत्र पर पिछले 15 सालों से शोध कर रही वैज्ञानिक डॉ. रुचिरा तिवारी से बात की.

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Published : Mar 4, 2020, 4:46 PM IST

Updated : Mar 4, 2020, 5:06 PM IST

कोरोना
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रुद्रपुर: दुनिया जहां एक ओर कोरोना वायरस का इलाज ढूंढने के लिए नए-नए आविष्कार कर रही है. वहीं, सोशल मीडिया पर गोमूत्र और गोबर को इससे निपटने में मददगार होने की बात कही जा रही है. गोमूत्र और गोबर से क्या कोरोना का इलाज संभव है इसको लेकर ईटीवी भारत ने बता कि वैज्ञानिक डॉ. रुचिरा तिवारी से. डॉ. रुचिरा तिवारी पिछले 15 सालों से पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय में गोमूत्र पर शोध कर रही है.

वैज्ञानिक तिवारी ने बताया कि गोमूत्र के मल्टी पर्पज इफेक्ट हैं. कोरोना वायरस के इलाज के लिए गोमूत्र पर शोध की जरूरत है. तिवारी ने उमीद जताई है कि गोमूत्र से कोरोना वायरस का इलाज संभव है.

पढ़ें- कैलाश मानसरोवर यात्रा पर संकट, शिवभक्तों के कदम थाम सकता है कोरोना वायरस

वैज्ञानिक तिवारी के मुताबिक गोमूत्र वायरस और फंगस से निपटने के लिए कारगर है. उन्होंने इसका प्रयोग मधुमक्खियों में किया गया था. जिसका रिजल्ट भी पॉजिटिव रहा था.

वैज्ञानिक तिवारी ने बताया कि मधुमक्खी भी एक जीवित प्रजाति है. जब उन्होंने मधुमक्खियों पर गोमूत्र का स्प्रे किया तो उनमें वायरस खत्म हो गया था. गोमूत्र की विशेषताओं पर शोध करना जरूरी है. हालांकि, गोमूत्र कोरोना वायरस से लड़ने में कितना कारगर साबित होगा यह कह पाना अभी मुश्किल है, लेकिन गोमूत्र इंसानों के लिए काफी फायदेमंद है. इसके लिए शोध की आवश्यकता है.

रुद्रपुर: दुनिया जहां एक ओर कोरोना वायरस का इलाज ढूंढने के लिए नए-नए आविष्कार कर रही है. वहीं, सोशल मीडिया पर गोमूत्र और गोबर को इससे निपटने में मददगार होने की बात कही जा रही है. गोमूत्र और गोबर से क्या कोरोना का इलाज संभव है इसको लेकर ईटीवी भारत ने बता कि वैज्ञानिक डॉ. रुचिरा तिवारी से. डॉ. रुचिरा तिवारी पिछले 15 सालों से पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय में गोमूत्र पर शोध कर रही है.

वैज्ञानिक तिवारी ने बताया कि गोमूत्र के मल्टी पर्पज इफेक्ट हैं. कोरोना वायरस के इलाज के लिए गोमूत्र पर शोध की जरूरत है. तिवारी ने उमीद जताई है कि गोमूत्र से कोरोना वायरस का इलाज संभव है.

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वैज्ञानिक तिवारी के मुताबिक गोमूत्र वायरस और फंगस से निपटने के लिए कारगर है. उन्होंने इसका प्रयोग मधुमक्खियों में किया गया था. जिसका रिजल्ट भी पॉजिटिव रहा था.

वैज्ञानिक तिवारी ने बताया कि मधुमक्खी भी एक जीवित प्रजाति है. जब उन्होंने मधुमक्खियों पर गोमूत्र का स्प्रे किया तो उनमें वायरस खत्म हो गया था. गोमूत्र की विशेषताओं पर शोध करना जरूरी है. हालांकि, गोमूत्र कोरोना वायरस से लड़ने में कितना कारगर साबित होगा यह कह पाना अभी मुश्किल है, लेकिन गोमूत्र इंसानों के लिए काफी फायदेमंद है. इसके लिए शोध की आवश्यकता है.

Last Updated : Mar 4, 2020, 5:06 PM IST
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