रुद्रपुर: उधम सिंह नगर जिले में संचालित निजी विद्यालय के संचालकों और एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ जिला प्रशासन ने बैठक की. बैठक के दौरान माध्यमिक शिक्षा शासन से प्राप्त निर्देशों के क्रम में कोविड-19 के दृष्टिगत समस्त शिक्षण संस्थाएं अग्रिम अदेशों तक बन्द रहेंगे. जिसके बाद अशासकीय व निजी विद्यालयों ने छात्र व छात्राओं के अभिभावकों से तत्काल शुल्क जमा करने हेतु दबाव बनाया जा रहा है. इसके लिये डीएम ने संबंधित विद्यालयों को शासन के निर्देशों के तहत कार्य करने के निर्देश दिए.
लॉकडाउन के दौरान निजी विद्यालयों द्वारा छात्र और छात्राओं के अभिभावकों पर फीस जमा करने की शिकायत को लेकर जिलाधिकारी और एसएसपी ने निजी विद्यालयों के प्रबंधकों संग बैठक की. इस दौरान डीएम ने सभी निजी विद्यालयों के प्रबंधकों को निर्देश देते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान कोई भी विद्यालय अभिभावक को शिक्षा शुल्क देने के लिये बाध्य नहीं किया जाएगा.
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उन्होंने विद्यायल के स्टाफ एवं अभिभावकों के साथ समन्वय स्थापित करने के भी निर्देश सम्बन्धित विद्यालयों को दिए ताकि उन्हें शासन द्वारा प्राप्त आदेशों से आवगत कराया जा सके. उन्होंने कहा कि ऐसे छात्र-छात्राएं जो लॉकडाउन से उत्पन्न अर्थिक तंगी के कारण मासिक शुल्क का भुगतान नहीं कर पा रहे है. उनका नाम विद्यालय से पृथक न किया जाए. सामान्य होने तक शुल्क भुगतान करने हेतु बाध्य नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने छात्र व छात्राओं का पठन-पाठन ऑनलाइन एवं अन्य संचार के माध्यम से भी जारी रखने के निर्देश दिए.
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पब्लिक स्कूल एसोसिएशन ने अभिभावकों से अपील की है कि वर्तमान शैक्षिक सत्र 2020-21 में किसी प्रकार की शुल्क बढ़ोत्तरी नहीं की जाएगी. लॉकडाउन की अवधि के दौरान का परिवहन शुल्क नहीं लिया जाएगा. जिन अभिभावकों को वर्तमान परिस्थिति में आर्थिक परेशानियों के कारण अपने बच्चों का विद्यालय में शुल्क नहीं जमा कर पा रहे हैं उन्हे विद्यालय प्रबन्धन द्वारा लॉकडाउन की अवधि में किसी प्रकार से बाध्य नहीं किया जाएगा. वे अपना शुल्क लॉकडाउन खुलने के बाद जमा करा सकते है.