रुद्रपुर: जिला प्रशासन द्वारा समतपुर और कंटोपा ग्राम में सस्ते गल्ले की दुकान में राशन वितरण मामले में गड़बड़ी पाई गई. दुकान को सस्पेंड कर दिया है. दुकान स्वामी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं. दरअसल, आरोपी संचालक द्वारा मुख्यमंत्री दाल पोषित योजना के तहत बांटी जाने वाली दाल ग्राहकों को दी ही नहीं गई. ग्राहकों के राशन कार्डों में एंट्री कर दी गई.
डीएम डॉक्टर नीरज खैरवाल ने राशन की कालाबाजारी के आरोप में सस्ता गल्ला विक्रेता निशांत अरोरा की दुकान को निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही जिला पूर्ति अधिकारी को आरोपी के खिलाफ कालाबाजारी अधिनियम, महामारी अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं. जिला प्रशासन को लगातार सूचना मिल रही थी, ग्राम सम्मतपुर विकास खण्ड गदरपुर के सस्ता गल्ला की दुकान से लोगों को मिलने वाले राशन में धांधली की जा रही है.
डीएम के आदेश के बाद जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा समतपुर और कंटोपा ग्राम का स्थलीय निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान पाया गया कि, दुकानदार द्वारा लोगों के कार्ड में दाल की एंट्री तो की गई थी, लेकिन, दाल का वितरण किया ही नहीं था. टीम द्वारा सस्ते गल्ले का स्टॉक चेक किया गया तो वहां पर भी गड़बड़ी पाई गई. जिसके बाद मामले की रिपोर्ट बना कर जिलाधिकारी को भेजी गई.
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जिलाधिकारी द्वारा दुकान को सस्पेंड कर दुकान स्वामी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए है. जिलाधिकारी ने कहा की राशन वितरण के मामले में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी.