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अरविंद पांडे बोले- साइन बोर्ड संस्कृति में लिखे जाने से सीखने में मिलेगी मदद

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Published : Jan 21, 2020, 10:01 AM IST

Updated : Jan 21, 2020, 10:31 AM IST

काशीपुर पहुंचे शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने मीडिया को बताया कि उत्तराखंड के सभी रेलवे स्टेशनों के साथ सरकारी कार्यालयों के नाम अब संस्कृत में लिखे जाएंगे.

railway station
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने दी जानकारी

काशीपुर: उत्तराखंड राज्य में सभी रेलवे स्टेशनों के अलावा प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों के नाम जल्द आपको संस्कृत में देखने को मिलेंगे. इस बात की जानकारी काशीपुर पहुंचे शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने दी. उन्होंने कहा कि इससे सभी को संस्कृत भाषा को सीखने का मौका मिलेगा, जो एक अच्छी पहल है.

काशीपुर पहुंचे शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने बताया कि किसी भी प्रदेश में सबसे पहले राष्ट्रभाषा हिंदी के साथ ही राजभाषा में लिखा जाना आवश्यक है, ये पहले से निर्देश है. इस कारण अब उत्तराखंड राज्य में सभी सरकारी विभागों के साथ-साथ प्रदेश के सभी रेलवे स्टेशनों का नाम हिंदी के बाद संस्कृत में लिखा जाएगा. उन्होंने कहा कि इससे सभी को संस्कृत भाषा को सीखने का मौका मिलेगा, जो एक अच्छी पहल है.

शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने दी जानकारी

बता दें कि उत्तराखंड में रेलवे स्टेशनों पर लगे साइन बोर्ड पर अब तक रेलवे स्टेशनों के नाम हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू में अंकित हैं. नियमों के मुताबिक, स्टेशनों पर लगे बोर्ड पर उस राज्य की पहली अथवा दूसरी राजभाषा में भी नाम होता है. उत्तराखंड की पहली राजभाषा हिंदी और दूसरी संस्कृत है. इसके लिए मुरादाबाद डिवीजन की वरिष्ठता वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा ने राज्य सरकार को पत्र भेजकर सरकार से इसकी अनुमति मांगी है.

ये भी पढ़ें: 25 लाख की लॉटरी का लालच देकर ठग लिए 20 हजार रुपए

वहीं, रेलवे के सूत्रों के मुताबिक, मुरादाबाद मंडल के तहत आने वाले रेलवे स्टेशनों पर इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है. जिससे अब साफ है कि उत्तराखंड के रेलवे स्टेशनों के नाम हिंदी के बाद संस्कृत में भी जल्द देखने को मिलने वाले हैं.

काशीपुर: उत्तराखंड राज्य में सभी रेलवे स्टेशनों के अलावा प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों के नाम जल्द आपको संस्कृत में देखने को मिलेंगे. इस बात की जानकारी काशीपुर पहुंचे शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने दी. उन्होंने कहा कि इससे सभी को संस्कृत भाषा को सीखने का मौका मिलेगा, जो एक अच्छी पहल है.

काशीपुर पहुंचे शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने बताया कि किसी भी प्रदेश में सबसे पहले राष्ट्रभाषा हिंदी के साथ ही राजभाषा में लिखा जाना आवश्यक है, ये पहले से निर्देश है. इस कारण अब उत्तराखंड राज्य में सभी सरकारी विभागों के साथ-साथ प्रदेश के सभी रेलवे स्टेशनों का नाम हिंदी के बाद संस्कृत में लिखा जाएगा. उन्होंने कहा कि इससे सभी को संस्कृत भाषा को सीखने का मौका मिलेगा, जो एक अच्छी पहल है.

शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने दी जानकारी

बता दें कि उत्तराखंड में रेलवे स्टेशनों पर लगे साइन बोर्ड पर अब तक रेलवे स्टेशनों के नाम हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू में अंकित हैं. नियमों के मुताबिक, स्टेशनों पर लगे बोर्ड पर उस राज्य की पहली अथवा दूसरी राजभाषा में भी नाम होता है. उत्तराखंड की पहली राजभाषा हिंदी और दूसरी संस्कृत है. इसके लिए मुरादाबाद डिवीजन की वरिष्ठता वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा ने राज्य सरकार को पत्र भेजकर सरकार से इसकी अनुमति मांगी है.

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वहीं, रेलवे के सूत्रों के मुताबिक, मुरादाबाद मंडल के तहत आने वाले रेलवे स्टेशनों पर इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है. जिससे अब साफ है कि उत्तराखंड के रेलवे स्टेशनों के नाम हिंदी के बाद संस्कृत में भी जल्द देखने को मिलने वाले हैं.

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Summary- उत्तराखंड राज्य में सभी रेलवे स्टेशनों के अलावा प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों के नाम अब आपको संस्कृत में भी जल्दी ही देखने को मिलेंगे। काशीपुर पहुंचे प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने इस बात की जानकारी मीडिया के माध्यम से प्रदेश को दी।

एंकर- उत्तराखंड राज्य में सभी रेलवे स्टेशनों के अलावा प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों के नाम अब आपको संस्कृत में भी जल्दी ही देखने को मिलेंगे। काशीपुर पहुंचे प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने इस बात की जानकारी मीडिया के माध्यम से प्रदेश को दी।
Body:वीओ- काशीपुर पहुंचे प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि किसी भी प्रदेश में सबसे पहले राष्ट्रभाषा हिंदी के साथ-साथ उस प्रदेश की राजभाषा में लिखा जाना आवश्यक है, यह पहले से निर्देश है। इसीलिए अब उत्तराखंड राज्य में सभी सरकारी महकमों के साथ-साथ प्रदेश के सभी रेलवे स्टेशनों का नाम हिंदी के बाद संस्कृत में लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे सभी को संस्कृत भाषा को सीखने का मौका देगा, जो अच्छा है।

वीओ- आपको बताते चलें कि उत्तराखंड में रेलवे स्टेशनों पर लगे साइन बोर्ड पर अब तक रेलवे स्टेशनों के नाम हिंदी अंग्रेजी और उर्दू में अंकित हैं नियमों के मुताबिक स्टेशनों पर लगे बोर्ड पर उस राज्य की पहली अथवा दूसरी राजभाषा में भी नाम होता है। उत्तराखंड की पहली राजभाषा हिंदी और दूसरे संस्कृत है। इसके लिए मुरादाबाद डिवीजन की वरिष्ठता वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा ने राज्य सरकार को पत्र भेज दिया है तथा उत्तराखंड सरकार से पत्र के माध्यम से इसकी अनुमति मांगी गई है। वही रेलवे के सूत्रों के मुताबिक मुरादाबाद मंडल के तहत आने वाले रेलवे स्टेशनों पर इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है जिससे अब साफ है कि उत्तराखंड के रेलवे स्टेशनों के नाम हिंदी के बाद संस्कृत में भी देखने को जल्द ही मिलने वाले हैं।
बाइट- अरविंद पांडे,शिक्षा मंत्री, उत्तराखंड सरकारConclusion:
Last Updated : Jan 21, 2020, 10:31 AM IST
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