काशीपुर: प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर प्रशासन और विभाग द्वारा लाख दावे किए जा रहें हैं. लेकिन इसके बावजूद भी कई ऐसे मामले सामने आ रहें हैं जो इन दावों की पोल खोल रहें हैं. काशीपुर सरकारी अस्पताल में समस्या के कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जहां बिजली चले जाने पर डॉक्टर और मरीजों के लिए जनरेटर तो है, लेकिन तेल न होने की वजह से मरीजों को गर्मी से दो-चार होना पड़ रहा है. वहीं, इस मामले में अस्पताल के जिम्मेदार अधिकारी सफाई देते नजर आ रहे हैं.
गौर हो कि काशीपुर के एलडी भट्ट हॉस्पिटल की स्थिति काफी खस्ताहाल है. एक तरफ जहां सरकार सरकारी अस्पतालों को सारी सुविधाएं देने के दावे करती है तो वहीं, काशीपुर का सरकारी अस्पताल सरकार के दावों की पोल खोल रहा है.
हॉस्पिटल में वार्डों का आलम यह है कि अगर दिन हो या रात बिजली गुल हो जाए तो मरीजों को हाथ से पंखा चलाते दिखाई देते हैं. वहीं, जब इस बारे में मुख्य चिकित्साधिकारी वीके टम्टा से बात की गई तो वह एक से अधिक बार लाइट जाने का हवाला देकर पल्ला झाड़ते नजर आए.
उन्होंने कहा कि जिस दिन आपने यह वीडियो बनाई है उस दिन इनवर्टर में खराबी आ गई थी. जिसकी वजह से पंखे बंद कर दिए गए थे. लेकिन मरीजों ने मुख्य चिकित्साधिकारी के इस तथ्यों की हवा निकाल दी. मरीजों का कहना है कि जब बिजली गुल हो जाती है तो जनरेटर नहीं चलाया जाता है.
जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. आलम यह है कि अगर इमरजेंसी में भर्ती मरीजों को भी इस समस्या से जूझना पड़ रहा है. वहीं मरीजों के तीमारदार गर्मी से यहां-वहां भटकते दिखाई दिए.