काशीपुर: उत्तराखंड में पुलिस अब दिनदहाड़े नहीं, बल्कि रात के अंधेरे में चुपचाप अतिक्रमण हटावा रही है. हालांकि पुलिस की इस कार्रवाई से व्यापारियों में रोष है. उन्होंने पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. ये पूरा मामला उधमसिंह नगर जिले के काशीपुर का है.
जानकारी के मुताबिक काशीपुर के मुख्य बाजार, रतन सिनेमा रोड और चीमा चौराहे पर जब व्यापारी सुबह पहुंचे तो देखा कि उनके ठेले और खोके पलटे हुए थे. ये देख व्यापारियों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. व्यापारियों ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे देखे तो पता चला कि देर रात ये काम किसी और ने नहीं, बल्कि पुलिस ने किया. पुलिस ने देर रात को अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर सड़क किनारे खड़ी ठेलिया और खोखों को तोड़ दिया.
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आक्रोशित ठेली रेहड़ी वालों ने व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के नेतृत्व में एसपी काशीपुर चन्द्रमोहन सिंह और मेयर ऊषा चौधरी के दफ्तर का घेराव किया. इस दौरान व्यापारी नेताओं ने पुलिस की रात में की गई कार्रवाई को लेकर नाराजगी जताई. एसपी ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जल्द ही इसमें उचित रास्ता निकालने का आश्वासन दिया.
प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष प्रभात साहनी ने नगर निगम पर आरोप लगाया कि एक तरफ रेहड़ी और पटरी पर ठेला लगाने वालों से निगम की तरफ से वसूली भी की जा रही है. वहीं, आधी रात को जब पूरा शहर सो रहा था, उस दौरान दो इलाकों में पुलिस इन ठेलों का पलटने का काम करती है. सीसीटीवी फुटेज का हवाला देते हुए व्यापरियों ने कहा कि बीती रात केवल चीमा चौराहे पर ही नहीं बल्कि जेल रोड पर एसपी आफिस के सामने भी कई ठेले-रेहड़ियों को गिराया गया है. चीमा चौराहे और जेल रोड पर खड़े रहने वाले ठेले-रेहड़ियों को गिरा कर तोड़फोड़ की गई है. जेल रोड पर फड़ वालों की मेजों को तहस-नहस किया गया है. उसके आगे गुड्डू फास्ट फूड का स्टॉल गिराया गया है तो एसपी आफिस के पास स्थित पार्किंग में भी दो स्टॉलों को गिराया गया है.
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इस मामले में एसपी काशीपुर चंद्रमोहन सिंह ने कहा कि शहर में अतिक्रमण बढ़ने के चलते दिक्कत हो रही है. प्रशासन की तरफ से निर्देश है कि पर्यटन सीजन होने के नाते मुख्य सड़कों को अतिक्रमण मुक्त रखा जाए, जिसको लेकर कार्रवाई अमल में लाई गई है. पहले भी इनको ठेले हटाने की चेतावनी जारी की गई थी.