बाजपुर: कोरोना वायरस का खौफ ऐसा है कि कोई सड़क पर टहलते हुए नहीं दिख रहा. ऐसे में कोरोना वॉरियर्स ही हैं जो सड़क पर डटकर इस घातक वायरस से लोगों को बचाने की जद्दोजहद में लगे हैं. उन्हें भी इस वायरस से उतना ही खतरा है जितना बाकी सभी को. लेकिन वे इसकी परवाह नहीं करते.
आज उधम सिंह नगर के कोरोना वॉरियर्स ने एक कहावत फिर सच कर दी कि जिसका कोई नहीं उसका कोरोना वॉरियर्स हैं. इसी कथन को चरितार्थ करते हुए पुलिस के जवानों ने पूरे सम्मान के साथ एक ऐसे शव का अंतिम संस्कार किया, जिसे अपना कहने कोई नहीं पहुंचा.
कोरोना महामारी के बाद सूबे में इस तरह का पहला मामला सामने आया है. बाजपुर चौकी इंचार्ज अनिल जोशी ने बताया कि 19 अप्रैल को कोसी नदी में एक शव मिला था. जिसको लेकर काफ़ी खोजबीन के बाद भी उसे अपना परिचित बताने कोई नहीं पहुंचा.
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पुलिस के निर्देशानुसार शव का पोस्टमार्टम किया गया. शव मिलने के 72 घंटों बाद भी जब शव की शिनाख्त नहीं हुई तो पुलिस टीम ने पूरे सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार किया.