काशीपुर/खटीमा: महाशिवरात्रि का पर्व 11 मार्च को है. ऐसे में भगवान शिव का जलाभिषेक करने की तैयारी में जुटे शिवभक्तों के लिए एक अच्छी खबर आयी है. काशीपुर में स्थानीय प्रशासन ने शिवरात्रि मेले के आयोजन को हरी झंडी दे दी है. साथ ही क्षेत्र में कांवड़ियों के सेवार्थ भण्डारे में आयोजित हो सकेंगे.
बता दें, दो दिन साल पहले काशीपुर ने 13 से 30 अप्रैल तक ऐतिहासिक चैती मेला आयोजित करने का निर्णय सार्वजनिक किया था, इसके बाद महाशिवरात्रि मेले के आयोजन को भी प्रशासन ने अनुमति प्रदान कर दी है. संयुक्त मजिस्ट्रेट गौरव कुमार के मुताबिक, कोरोना संक्रमण के संबंध में सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए मेले को अनुमति प्रदान की गयी है.
उन्होंने बताया कि कांवड़ियों के सेवार्थ भण्डारे भी क्षेत्र में आयोजित किये जा सकेंगे. आयोजन कर्ताओं को कोविड-19 नियमों का पालन करना जरूरी होगा. कांवड़ पर महंगाई का असर देखने को मिल रहा है. बाजार में कांवड़ व कांवड़ का सामान लेने जा रहे शिवभक्तों को इस बार महंगा मिल रहा है.
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खटीमा में भी 10 दिवसीय मेले के आयोजन को अनुमति
महाशिवरात्रि पर सीमांत क्षेत्र खटीमा के बनखंडी नाथ मंदिर में लगने वाले विशाल शिवरात्रि मेले को लेकर पुलिस प्रशासन और मंदिर कमेटी की बैठक हुई, जिसमें 10 दिवसीय मेले के शांतिपूर्ण आयोजन को लेकर चाक-चौबंद पुलिस व्यवस्था करने को लेकर चर्चा हुई. वही पुलिस प्रशासन ने मेला कमेटी को कोविड-19 के नियमों का पालन कराने के निर्देश दिए हैं.
साथ ही शिवरात्रि मेले में कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए मेला आयोजन में भीड़ नियंत्रण, पार्किंग व्यवस्था, पेयजल और शौचालय आदि विषयों पर मंदिर व पुलिस प्रशासन में व्यवस्थाओं को सही तरीके से किए जाने पर चर्चा हुई. वही चकरपुर पुलिस चौकी इंचार्ज धीरज वर्मा ने जहां मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किये जाने व मंदिर कमेटी के सहयोग से शांतिपूर्ण मेला संपन्न कराए जाने की बात कही है. तो वहीं, मंदिर कमेटी अध्यक्ष गोपाल बिष्ट ने कहा कि मेले के दौरान बाहर से आने वाले व्यापारियों व मेलार्थियों को मेला कमेटी द्वारा पेयजल, शौचालय सुरक्षा सहित सभी व्यवस्थाएं पुलिस प्रशासन से तालमेल कर देने के लिए वनखण्डी महादेव मंदिर कमेटी पूरी तरह तैयार है.