बाजपुर: उधम सिंह नगर के बाजपुर में बीस गांव के तकरीबन 6000 एकड़ भूमि विवाद मामले को लेकर लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. किसानों की भूमि का मालिकाना हक उन्हें वापस दिए जाने की मांग को लेकर विभिन्न पार्टियों के साथ-साथ किसानों का आंदोलन जारी है. जिसके चलते अब किसानों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मुलाकात करने का मन बनाया है. बता दें कि बाजपुर के नगर और ग्रामीण क्षेत्र के बीस गांव की 5838 एकड़ भूमि को लेकर जिलाधिकारी ने किसानों से जमीन की खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी थी.
जिलाधिकारी के आदेश आने के बाद से भूमि प्रकरण मामला लगातार तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है. भूमि प्रकरण मामले को लेकर जहां कांग्रेस पार्टी बीते एक जून आंदोलन कर रही है, तो वही पंजाब से आम आदमी पार्टी की जमीन विवाद को लेकर किसानों को उनका मालिकाना हक दिलाने की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है. इसी कड़ी में सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह पड्डा के नेतृत्व में एक बैठक आयोजित की गयी. जिसमें किसानों ने काशीपुर विधायक हरभजन सिंह चीमा के साथ एक प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सम्मुख भूमि प्रकरण मामले को रखने का मन बनाया है. जिसमें किसान यूनियन ने मुख्यमंत्री द्वारा किसानों को उनकी जमीन का मालिकाना हक ना दिए जाने पर आंदोलन की भी बात कही है.
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किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कर्मजीत सिंह ने बताया कि किसानों को उनकी जमीन का मालिकाना हक न दिए जाने पर किसान आंदोलन कर सकते है. जिसके लिए किसानों के साथ आम आदमी पार्टी, कांग्रेस पार्टी, अकाली दल सहित हजारों लोग तैयार हैं. कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने कहा कि किसानों के जमीन के विवाद को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के संज्ञान में लाया गया है. लेकिन लॉकडाउन के चलते कई समस्याएं सामने आई थी. जिसके कारण मामले का निस्तारण नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री द्वारा किसानों की भूमि प्रकरण मामले मे समाधान निकाला जाएगा.