खटीमा : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते देश भर में लॉकडाउन लागू किया गया था. हालांकि इस दौरान यातायात साधनों को पूरी तरह से सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया था. लेकिन कुछ समय बाद सरकार ने लॉकडाउन में ढील देते हुए यातायात को सुचारू रूप से चालू करने के निर्देश दिए थे. वहीं, इसी कड़ी में उत्तराखंड के चंपावत जिले में स्थित सीमांत क्षेत्र के टनकपुर रेलवे स्टेशन को अभी तक चालू नहीं किया गया है. जिसके चलते रेलवे को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.
कोरोना संकट के कारण करीब आठ महीने से बंद चंपावत के टनकपुर रेलवे स्टेशन को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना के चलते रेल सेवा बंद होने से अकेले टनकपुर रेलवे स्टेशन को अब तक सवा तीन करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है. कोरोना के कारण सरकार ने मार्च से रेल सेवा पर रोक लगा दी थी. टनकपुर रेलवे स्टेशन पर तब से बंद हुई रेल सेवा आठ महीने बीत जाने के बाद भी बहाल नहीं हो सकी है. इससे रेलवे को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
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पिछले वर्ष 2019 में मार्च से अक्टूबर तक आठ महीनों में टनकपुर स्टेशन को 7.44 लाख यात्रियों से 2.83 करोड़ रुपये की आय हुई थी. लेकिन इस वर्ष इसी अवधि में आय का आंकड़ा शून्य है. स्टेशन अधीक्षक डीएस दरियाल के मुताबिक टनकपुर से रेल सेवा दिसंबर महीने के अंत या नये साल में जनवरी माह तक शुरू होने की उम्मीद है.