रुद्रपुर: पंतनगर सिडकुल स्थित मोबाइल बनाने वाली कंपनी भगवती प्रोडक्ट्स ने 2018 में प्लांट को बंद कर 303 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था. तब से लेकर श्रमिक अपने हक की लड़ाई लड़ रहे थे. अब श्रम विभाग ने श्रमिकों का 2018 से अब तक का भुगतान करने के लिए कंपनी को 7 करोड़ से अधिक का नोटिस भेजा है. सहायक श्रमायुक्त अरविंद सैनी (Assistant Labor Commissioner Arvind Saini) ने कहा है कि अगर कंपनी श्रमिकों को भुगतान नहीं करती, तो विभाग आगे की कार्रवाई करेगा.
सिडकुल पंतनगर में मोबाइल, एलईडी और टैबलेट बनाने वाली भगवती कंपनी ने साल 2018 में 303 श्रमिकों की छंटनी के साथ ही 47 श्रमिकों को ले- ऑफ दिया था और 1 श्रमिक को सस्पेंड किया था, जिसके बाद कर्मियों ने ढाई साल तक आंदोलन चलाया था. जिससे बाद औधोगिक न्यायाधिकरण ने छंटनी को गैर-कानूनी करार देते हुए सभी हित लाभ देने के आदेश दिए थे. इस फैसले को हाईकोर्ट ने भी सही ठहराया है.
श्रमिकों का कहना है कि कोर्ट के आदेश के बाद भी उनको न्याय नहीं मिल पा रहा है. कोर्ट का फैसला आने के बाद श्रम विभाग ने श्रमिकों को छंटनी से लेकर अब तक का वेतन दिलाने की कार्रवाई शुरू कर दी है. इस बाबत कंपनी को नोटिस दिया गया है.
पढे़ं- हरिद्वार: काठा पीर मेले का फर्जी वीडियो वायरल करने वाला गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी
बता दें, उधम सिंह नगर के सिडकुल पंतनगर में स्वदेशी मोबाइल कंपनी की मदर कंपनी भगवती प्रोडक्ट्स (Bhagwati Products) के साढ़े तीन सौ श्रमिकों को न्याय की उम्मीद जगी है. साढ़े 3 साल से आंदोलित श्रमिकों को बकाया वेतन दिलाने के लिए श्रम विभाग ने कंपनी प्रबंधन को 7 करोड़ से अधिक का नोटिस भेज दिया है.