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चाइनीज मांझा बन रहा पक्षियों का काल, बेजुबानों की जान पर पतंगबाजी पड़ रही भारी

चाइनीज मांझा किस तरह से बेजुबान पक्षियों के लिए खतरा बनता जा रहा है, इसका ताजा उदाहरण उधम सिंह नगर मुख्यालय में देखने को मिला, जहां मांझे की चपेट में आने से दो बेजुबान पक्षी किस तरह तड़पते रहे.

चाइनीज मांझा बन रहा पक्षियों का काल, बेजुबानों पर पतंगबाजी पड़ रही भारी
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Published : Sep 22, 2019, 5:00 PM IST

Updated : Sep 22, 2019, 11:01 PM IST

रुद्रपुर: ये खबर उन लोगों के लिए है, जो पतंग उड़ाने के शौकीन हैं और चाइनीज मांझे का प्रयोग करते हैं. क्योंकि चाइनीज मांझा बांध कर पतंग उड़ाना बेजुबान पक्षियों की मौत का कारण बन सकता है. कुछ ऐसा ही नजारा रुद्रपुर में देखने को मिला है, जहां विलुप्त प्रजाति की दो चील चाइनीज मांझे की चपेट में आने से घायल हो गईं.

चाइनीज मांझा बन रहा पक्षियों का काल, बेजुबानों पर पतंगबाजी पड़ रही भारी

बता दें कि मांझे की चपेट में आकर कई बेजुबान पक्षी अक्सर घायल हो जाते हैं. ताजा मामला रुद्रपुर का है, जहां यूकेलिप्टस के पेड़ में फंसे मांझे की चपेट में आने से दो बेजुबान पक्षी कई घंटों तक लटके रहे, इस दौरान उधर से गुजर रहे कुछ राहगीरों ने पक्षियों को पेड़ से लटका हुआ देखा, तो इसकी सूचना वन विभाग को दी. वहीं, सूचना पाकर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने पक्षियों को आजाद कराया और उपचार करने के बाद उन्हे जंगल में छोड़ दिया.

रूद्रपुर रेंजर पंकज शर्मा ने बताया कि, सूचना पर वन विभाग की टीम ने पक्षियों को रेस्क्यू किया. जिसके बाद उनका इलाज करके जंगल में छोड़ दिया गया. साथ ही उन्होंने जनता से अपील की है कि, प्लास्टिक युक्त मांझे का प्रयोग पतंग उड़ाने में ना करें. ये बेजुबान पक्षियों की मौत का कारण बन सकता है.

रुद्रपुर: ये खबर उन लोगों के लिए है, जो पतंग उड़ाने के शौकीन हैं और चाइनीज मांझे का प्रयोग करते हैं. क्योंकि चाइनीज मांझा बांध कर पतंग उड़ाना बेजुबान पक्षियों की मौत का कारण बन सकता है. कुछ ऐसा ही नजारा रुद्रपुर में देखने को मिला है, जहां विलुप्त प्रजाति की दो चील चाइनीज मांझे की चपेट में आने से घायल हो गईं.

चाइनीज मांझा बन रहा पक्षियों का काल, बेजुबानों पर पतंगबाजी पड़ रही भारी

बता दें कि मांझे की चपेट में आकर कई बेजुबान पक्षी अक्सर घायल हो जाते हैं. ताजा मामला रुद्रपुर का है, जहां यूकेलिप्टस के पेड़ में फंसे मांझे की चपेट में आने से दो बेजुबान पक्षी कई घंटों तक लटके रहे, इस दौरान उधर से गुजर रहे कुछ राहगीरों ने पक्षियों को पेड़ से लटका हुआ देखा, तो इसकी सूचना वन विभाग को दी. वहीं, सूचना पाकर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने पक्षियों को आजाद कराया और उपचार करने के बाद उन्हे जंगल में छोड़ दिया.

रूद्रपुर रेंजर पंकज शर्मा ने बताया कि, सूचना पर वन विभाग की टीम ने पक्षियों को रेस्क्यू किया. जिसके बाद उनका इलाज करके जंगल में छोड़ दिया गया. साथ ही उन्होंने जनता से अपील की है कि, प्लास्टिक युक्त मांझे का प्रयोग पतंग उड़ाने में ना करें. ये बेजुबान पक्षियों की मौत का कारण बन सकता है.

Intro:summry - चाइनीज मंजा किस तरह से बेजुबान पक्षियों के लिए खतरा बनता जा रहा है। इसका उदाहरण उधम सिंह नगर मुख्यालय में देखने को मिला। जहा पर मांजे(धागे) की चपेट में आने से बेजुबान पक्षी पेड़ में ही लटक कर तड़पते लेकिन वन विभाग की तत्प्रता के कारण पक्षियों का रेस्क्यू ओर इलाज कर जंगल मे छोड़ दिया।

एंकर रूद्रपुर - अगर आप पतंग उड़ाने के सौकीन है और आप चाइनीज मांजे (धागा)का प्रयोग कर रहे है तो आप अंबेज़ुन पक्षियों की मौत का कारण बन सकते है। कुछ ऐसा ही नज़ारा रुद्रपुर में देखने को मिला जहा विलुप्त प्रजाति के दो चील पक्षी मांजे की चपेट में आने से घायल हो गए। घटना की सूचना पर पहुची वन विभाग की टीम द्वारा पक्षियों का रेस्क्यू कर इलाज कराने के बाद जंगल मे छोड़ दिया गया।


Body:वीओ - मांजे(धागा) के कारण कई बे जुबान पक्षी इसकी भेंट चढ़ रहे है ताज़ा मामला उधम सिंह नगर जिले के मुख्यालय का है जहाँ पर मांजे की चपेट में आने से दो पक्षी बुरी तरह फंस गए। मामला नगर निगम के पास सिंचाई विभाग परिसर का है। जहाँ पर यूकेलिप्टिस के पेड़ में फंसे मांजे की चपेट में आने से दो बेजुबान पक्षी कई घंटों से उल्टे लटके रहे। जैसे ही राहगीरो द्वारा पक्षियों को पेड़ से लटका हुआ देखा तो लोगो का तांता लग गया। किसी राहगीर द्वारा मामले की सूचना वन विभाग को दी। जिसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुची काफी हाइट में होने के चलते वन विभाग की टीम द्वारा भी हाथ खड़े कर लिए गए। जिसके बाद एक पक्षी बमुश्किल मांजे के धागे से अपने आप को छुड़ा पाया लेकिन एक पक्षी मांजे की चपेट में का कर लटका रहा। हालांकि बाद में विभाग की पूरी टीम द्वारा पक्षी को रेस्क्यू कर अस्पताल ले जाया गया। जहा पर उसका इलाज कर जंगल मे छोड़ दिया गया।
वही रूद्रपुर रेंजर पंकज शर्मा ने बताया कि मामले की सूचना के बाद वन विभाग की टीम द्वारा विलुप्त प्रजाति के पक्षी चील का रेस्क्यू किया गया। जिसके बाद उसे इलाज के बाद जंगल मे छोड़ दिया गया। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि प्लास्टिक युक्त मांजे का प्रयोग पतंग उड़ाने में ना करे।


Conclusion:
Last Updated : Sep 22, 2019, 11:01 PM IST

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