खटीमा: देशभर के जंगलों में वन विभाग द्वारा बाघों की गणना (tiger census) की जाएगी. जिसके लिए वन कर्मियों को नई तकनीक का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. आज खटीमा की सुरई वन रेंज में बाघों की गणना के लिए वनकर्मियों को नई तकनीक का एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम में खटीमा उप वन प्रभाग की तीनों वन रेंजों किलपुरा, खटीमा और सुरई रेंज के वन क्षेत्राधिकारियों सहित सभी विभागीय कर्मचारियों ने भाग लिया.
प्रशिक्षण कार्यक्रम में भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून (Wildlife Institute of India Dehradun) से ट्रेनिंग देने आई वन्यजीव विशेषज्ञ आनंदिता और रितु ने बाघों की गणना करने के लिए नई तकनीक के बारे में जानकारी दी. इस मौके पर मौजूद वन्यजीव वैज्ञानिक जय प्रताप ने भी वन कर्मियों को बाघों की गणना की नई तकनीक के उद्देश्यों व उससे होने वाले फायदों के बारे में विस्तृत से समझाया.
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एसडीओ वन विभाग शिवराज चंद ने बताया कि देश के जंगलों में बाघों की गणना वन विभाग द्वारा की जानी है. जिसके लिए तराई पूर्वी वन प्रभाग में प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है. आज खटीमा उप वन प्रभाग की तीनों वन रेंजों के वन कर्मियों को एक दिवसीय बाघों की गणना की ट्रेनिंग (tiger census training) कराई जा रही है. इस ट्रेनिंग का सबसे ज्यादा फायदा वन विभाग में नवनियुक्त वन कर्मियों को होगा.