रुद्रपुर: कामकाजी महिलाओं के लिए महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग ने अस्थाई महिला हॉस्टल शुरू करने की कवायद तेज कर दी है. इसके लिए विभाग ने अल्पसंख्यक विभाग के अधिकारियों को दो साल से खाली पड़े बॉयज हॉस्टल को हस्तांतरित करने का निवेदन किया है. सब कुछ ठीक ठाक रहा तो जल्द ही कामकाजी महिलाओं के लिए फाजलपुर महरोल में अस्थाई हॉस्टल संचालित होगा. इससे पूर्व जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा हॉस्टल के लिए 28 करोड़ का प्रस्ताव बना कर शासन को भेज दिया है.
केंद्र सरकार की अनुमति के बाद कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल बनाने की शुरुआत हो जायेगी, जिसे कामकाजी महिलाओं को किफायती रेट में उपलब्ध कराया जाएगा. हालांकि, विभाग मौजूदा समय में अस्थाई रूप से हॉस्टल को संचालित करने की रूप रेखा तैयार कर चुका है. इसके लिए अल्पसंख्यक विभाग द्वारा फुलसुंगा में बनाए गए बॉयज हॉस्टल को चिह्नित किया गया है. जिला कार्यक्रम अधिकारी ने अल्पसंख्यक विभाग के अधिकारियों को पत्र लिख कर बॉयज हॉस्टल हस्तांतरित करने का निवेदन किया है.
पत्र में कहा गया है कि रुद्रपुर औद्योगिक नगरी है. दूर दराज की महिलाए बड़ी संख्या में यहा फैक्ट्रियों में रोजगार कर रही हैं. मौजूदा समय में शहर में काफी महंगे कमरे किराए में मिलते हैं. सरकार और जिलाधिकारी की पहल से जनपद में कामकाजी महिलाओं को किफायती दरों पर विभाग कमरे देगा. इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है. अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा रुद्रपुर स्थित फाजलपुर महरौला में एमएसडीपी योजना से बॉयज छात्रावास बनाया गया है.
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फुलसुंगा में बना बॉयज हॉस्टल पिछले दो सालों से खाली पड़ा हुआ है. इस कारण भवन का रख रखाव ना होने के कारण भवन में अराजक तत्वों द्वारा चोरी करने की संभावना बनी हुई है. इस आशय से हॉस्टल को जनहित में अस्थाई रूप से कामकाजी महिलाओं के लिए हस्तांतरित करने का निवेदन किया गया है.