रुद्रपुर/काशीपुर: रविवार को दिल्ली में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश का हृदय गति रुकने से निधन हो गया है. पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलक राज बेहड़ ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष के निधन से प्रदेश को अपूर्णीय क्षति हुई है, जिसे कभी भरा नहीं जा सकेगा. दरअसल, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने अपने कार्यकाल में कई बड़े काम किए है, जिन्हें याद पर कांग्रेस दल के नेता भावुक हैं.
नेता प्रतिपक्ष के निधन पर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलक राज बेहड़ ने उनकी पुरानी यादों को ताजा करते हुए कहा कि जब भाजपा ने उनका टिकट काटा था, तब उन्होंने भाजपा छोड़ कर कांग्रेस का दामन थामा था. कांग्रेस में लाने का इंदिरा हृदयेश का बहुत बड़ा हाथ था. इसके लिए काफी प्रयास किए थे. उन्होंने बताया कि वो उन नेताओं में से थीं, जो जनता की सेवा के लिए हर समय तत्पर रहती थीं.
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काशीपुर में कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में इंदिरा हृदयेश हुई थीं शामिल
21 जनवरी को भाजपा सरकार के खिलाफ बेरोजगारी, महंगाई और कृषि को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया था. प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के साथ नेता प्रतिपक्ष हृदयेश भी शामिल हुईं थीं. कार्यक्रम में उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से एक जुट होने आह्वान किया था और कहा कि साल 2022 में उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी.
इसके लिए पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को एक जुट होना होगा. उन्होंने कहा था कि कार्यकर्ताओं का हुजूम इस बात की तस्दीक करता है कि प्रदेश में आने वाला वक्त कांग्रेस का ही होगा. हालांकि उनका काशीपुर का वो दौरा अंतिम दौरा साबित हुआ.