चम्पावत/पौड़ी/रुद्रपुर/बागेश्वर: ऊधम सिंह नगर जनपद में देसी शराब और विदेशी शराब दुकानों की ई-टेंडरिंग की गई. 112 दुकानों में सिर्फ 52 दुकानों में ठेकेदारों ने ही टेंडरिंग की, जबकि 60 दुकानों को कोई ग्राहक भी नहीं मिला. इस दौरान जिलाधिकारी रंजना राजगुरु सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारी व ठेकेदार मौजूद रहे.
वित्तीय वर्ष 2021-22 और 2022-23 के लिए बुधवार को उधम सिंह नगर जनपद में देसी और विदेशी शराब की दुकानों की बोली लगाई गई, जिसमें शराब की 112 दुकानों में 55 दुकानों के लिए 107 आवेदन आये थे. जिसमें से तीन दुकानों में सिंगल आवेदन आने से टेंडर प्रक्रिया निरस्त कर दी गयी है, जबकि 107 आवेदनों में 8 आवेदन प्रपत्र पूर्ण ना होने के चलते निरस्त किये गए. बुधवार को 52 दुकानों की ई टेंडरिंग की गई. 52 दुकानों से सरकार को 125 करोड़ 75 लाख 5 हजार 997 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ.
चम्पावत 15 शराब ठेके आवंटित
चम्पावत जिला सभागार में जिलाधिकारी विनीत तोमर की अध्यक्षता में वित्तीय वर्ष 2021-22 व 2022-23 के लिए जिले की 8 देसी और 7 विदेशी शराब की 15 दुकानों के लिए ई टेंडरिंग की गई. जिलाधिकारी ने बताया कि सरकार ने 53 करोड़ रुपये का लक्ष्य था, जिसमें 15 से 20 प्रतिशत ज्यादा राजस्व सरकार को प्राप्त हुआ है.
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पौड़ी में सभी 42 शराब ठेके आवंटित
पौड़ी जनपद में 42 अंग्रेजी शराब की दुकानों के आवंटन प्रक्रिया संपन्न हो गई. विभाग की ओर से जानकारी मिली है कि पौड़ी जनपद की सभी दुकानों को खरीद लिया गया है. अप्रैल माह से सभी दुकानों के नए स्वामी विधिवत रूप से दुकानों का संचालन शुरू कर देंगे. इस बार ऑनलाइन प्रक्रिया से दुकानों का आवंटन किया गया और जिलाधिकारी पौड़ी की अध्यक्षता में पारदर्शिता से दुकानों को आवंटित कर दिया गया है. जिला आबकारी अधिकारी पौड़ी के राजेंद्र लाल ने बताया की पौड़ी जनपद में कुल 42 दुकानों की ई टेंडरिंग की गई, जिसमें सरकार को 112 करोड़ 58 लाख 86 हजार का राजस्व प्राप्त हुआ है.
बागेश्वर में 11 विदेशी शराब की दुकानों के हुए टेंडर
जिले में शराब की दुकानों का आवंटन कर दिया गया है. यहां विदेशी 12 दुकानों में से 11 के टेंडर हुए हैं. साथ ही विदेशी शराब की दुकानों से 38 करोड़, 79 लाख, 39 हजार, 614 रुपये और देसी शराब की दुकानों से 8 करोड़ 81 लाख 24 हजार 651 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है. जिले में पांच दुकानें देसी शराब व सात अंग्रेजी शराब की थी. वहीं, भराड़ी की दुकान के लिए कोई आवेदन नहीं मिला है. इन दुकानों से वर्षभर में 45 करोड़ लक्ष्य था. जिसके सापेक्ष 47 करोड़, 60 लाख, 64 हजार, 265 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है.