रुद्रपुर: जनपद में पांच हेक्टेयर में किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं. जिससे वे मुनाफा कमा रहे हैं. बाजार में बढ़ती मांग को लेकर ड्रैगन फ्रूट की खेती को कई योजनाओं उद्यान विभाग शामिल कर रहा है.
बाजार में ड्रैगन फ्रूट की बढ़ती मांग को लेकर अब जनपद के किसानों ने भी इसे अपनी आय का साधन बना लिया है. बाजपुर और रुद्रपुर में किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती कर मुनाफा कमा रहे हैं. थाईलैंड की प्रजाति ड्रैगन फ्रूट की बाजार में अच्छी डिमांड है. ड्रैगन फ्रूट डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल के साथ ही हार्ट संबंधी बीमारियों को दूर करने में फायदेमंद माना जाता है.
पढ़ें- उत्तराखंड में जिनको लगानी थी कांग्रेस की नैया पार, उन्हीं के गले पड़ी 'हार'
बाजार में काफी महंगा बिकने की वजह से किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती में दिलचस्पी ले रहे हैं. ड्रैगन फ्रूट की खेती की शुरुआती लागत महंगी होती है, लेकिन एक बार पौधे लगाने के बाद 15 से 20 साल तक फल देता है. एक पौधे में 40 से 50 फल लगते हैं. एक फल का वजन 400 ग्राम तक होता है. इसके लिए ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है. अब उद्यान विभाग भी ड्रैगन फ्रूट की खेती को बढ़ावा देने की कोशिशों में जुटा है.
पढ़ें- हरीश रावत के 'हाथ' से खिसक रहे नेता, क्या सभी को समझते हैं 'येड़ा' ?
जिला उद्यान अधिकारी भावना जोशी ने बताया कि जनपद के किसान का रुझान कॉमर्शियल खेती की ओर बढ़ रहा है. जनपद में ड्रैगन फ्रूट की खेती 5 हेक्टेयर में की जा रही है. विभाग भी कई योजनाओं में इसे शामिल कर किसानों तक ड्रैगन फ्रूट की खेती को ले जा रहा है.