ETV Bharat / state

रुद्रपुर: वन स्टॉप सेंटर में सबसे अधिक दर्ज हुए घरेलू हिंसा और यौन शोषण के मामले

सख्त कानून के बीच भी महिला अपराधों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. वन स्टॉप सेंटर में भी घरेलू हिंसा, महिला यौन शोषण और बाल यौन शोषण के मामले बढ़ रहे हैं.

rudrapur
वन स्टॉप सेंटर में सबसे अधिक दर्ज हुए घरेलू हिंसा और यौन शोषण के मामले
author img

By

Published : Dec 29, 2020, 10:02 AM IST

Updated : Dec 29, 2020, 10:15 AM IST

रुद्रपुर: राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों को देखते हुए कई सख्त कानून बनाए हैं. बावजूद इसके लगातार महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. पिछले तीन सालों में वन स्टॉप सेंटर (सखी) में घरेलू हिंसा, बाल यौन शोषण और महिलाओं के साथ यौन शोषण के मामले बढ़े हैं. इसके अलावा सेंटर में 19 मामलों मे पुरुषों द्वारा घरेलू हिंसा के मामले दर्ज कराए हैं.

महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में पीड़ित महिला को इंसाफ दिलाने के लिए भारत सरकार द्वारा वन स्टॉप सेंटर(सखी) योजना का शुभारंभ किया गया था. जिसमें किसी भी प्रकार की हिंसा से लड़ने के लिए एक छत के नीचे पीड़िता को चिकित्सा, कानूनी, मनोवैज्ञानिक और परामर्श सहायता सहित कई सेवाओं के लिए तत्काल, आपातकालीन और गैर आपातकालीन सुविधा प्रदान की जाती है.

उधम सिंह नगर जनपद में भी 28 दिसंबर 2017 में सेंटर का शुभारंभ किया गया था. वन स्टॉप सेंटर में दर्ज केसों की बात की जाए तो आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं. पिछले तीन सालों में उधम सिंह नगर वन स्टॉप सेंटर में वर्ष 2018-19 में 184 मामले पंजीकृत हुए थे. जिसमें 162 मामलों का निस्तारण किया गया. जबकि 22 मामले कोर्ट में विचाराधीन है. वर्ष 2019-20 में 303 मामले दर्ज किए गए. 288 मामलों में काउंसलिंग कर निस्तारण किया गया. जबकि 15 मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं. मौजूद वर्ष 2020 -21 में नबम्बर 20 तक 159 मामले पंजीकृत किये गए हैं. 103 मामलों का निस्तारण किया जा चुका हैं. जबकि 56 मामले अभी भी स्टॉप सेंटर में विचाराधीन हैं.

वर्ष 2020 में उधम सिंह नगर में महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा के आंकड़े

माह हिंसा
जनवरी 19
फरवरी 26
मार्च 12
अप्रैल 10
मई 18
जून 14
जुलाई 29
अगस्त 23
सितंबर 27
अक्टूबर 27
नवंबर 24

पढ़ें- नए साल पर 9 जिलों के पुलिसकर्मियों को तोहफा, DGP ने दिया साप्ताहिक अवकाश

तीन सालों के आंकड़े -

महिलाओं के साथ हुई हिंसा2018-19 2019-202020-21
घरेलू हिंसा130170102
रेप020702
यौन उत्पीड़न 121510
ट्रैफिकिंग 03 02 00
बाल यौन उत्पीड़न 202700
बाल विवाह 000200
गुमशुदा 031304
साइबर क्राइम 040201
दहेज उत्पीड़न 000500
अन्य 106040

पीड़ित महिलाओं को मिली स्टॉप सेंटर से सुविधा -

महिलाओं को स्टॉप सेंटर से मिली सुविधाएं2018-192019-202020-21
परामर्श सुविधा180 289156
कानूनी सुविधा474411
चिकित्सा सुविधा081203
पुलिस सहायता301607
आश्रय 093713
विभागीय योजनाओं
पीड़िताओं को जुड़ाव
000500

रुद्रपुर: राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों को देखते हुए कई सख्त कानून बनाए हैं. बावजूद इसके लगातार महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. पिछले तीन सालों में वन स्टॉप सेंटर (सखी) में घरेलू हिंसा, बाल यौन शोषण और महिलाओं के साथ यौन शोषण के मामले बढ़े हैं. इसके अलावा सेंटर में 19 मामलों मे पुरुषों द्वारा घरेलू हिंसा के मामले दर्ज कराए हैं.

महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में पीड़ित महिला को इंसाफ दिलाने के लिए भारत सरकार द्वारा वन स्टॉप सेंटर(सखी) योजना का शुभारंभ किया गया था. जिसमें किसी भी प्रकार की हिंसा से लड़ने के लिए एक छत के नीचे पीड़िता को चिकित्सा, कानूनी, मनोवैज्ञानिक और परामर्श सहायता सहित कई सेवाओं के लिए तत्काल, आपातकालीन और गैर आपातकालीन सुविधा प्रदान की जाती है.

उधम सिंह नगर जनपद में भी 28 दिसंबर 2017 में सेंटर का शुभारंभ किया गया था. वन स्टॉप सेंटर में दर्ज केसों की बात की जाए तो आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं. पिछले तीन सालों में उधम सिंह नगर वन स्टॉप सेंटर में वर्ष 2018-19 में 184 मामले पंजीकृत हुए थे. जिसमें 162 मामलों का निस्तारण किया गया. जबकि 22 मामले कोर्ट में विचाराधीन है. वर्ष 2019-20 में 303 मामले दर्ज किए गए. 288 मामलों में काउंसलिंग कर निस्तारण किया गया. जबकि 15 मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं. मौजूद वर्ष 2020 -21 में नबम्बर 20 तक 159 मामले पंजीकृत किये गए हैं. 103 मामलों का निस्तारण किया जा चुका हैं. जबकि 56 मामले अभी भी स्टॉप सेंटर में विचाराधीन हैं.

वर्ष 2020 में उधम सिंह नगर में महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा के आंकड़े

माह हिंसा
जनवरी 19
फरवरी 26
मार्च 12
अप्रैल 10
मई 18
जून 14
जुलाई 29
अगस्त 23
सितंबर 27
अक्टूबर 27
नवंबर 24

पढ़ें- नए साल पर 9 जिलों के पुलिसकर्मियों को तोहफा, DGP ने दिया साप्ताहिक अवकाश

तीन सालों के आंकड़े -

महिलाओं के साथ हुई हिंसा2018-19 2019-202020-21
घरेलू हिंसा130170102
रेप020702
यौन उत्पीड़न 121510
ट्रैफिकिंग 03 02 00
बाल यौन उत्पीड़न 202700
बाल विवाह 000200
गुमशुदा 031304
साइबर क्राइम 040201
दहेज उत्पीड़न 000500
अन्य 106040

पीड़ित महिलाओं को मिली स्टॉप सेंटर से सुविधा -

महिलाओं को स्टॉप सेंटर से मिली सुविधाएं2018-192019-202020-21
परामर्श सुविधा180 289156
कानूनी सुविधा474411
चिकित्सा सुविधा081203
पुलिस सहायता301607
आश्रय 093713
विभागीय योजनाओं
पीड़िताओं को जुड़ाव
000500
Last Updated : Dec 29, 2020, 10:15 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.