जसपुर: सीएचसी (Community Health Center) में संविदा डॉक्टर व स्टाफ के बीच चल रहा विवाद प्रशासन के आदेश के बाद खत्म हो गया है. वहीं सीएमएस ने आदेश की काॅपी डॉक्टर के सरकारी आवास पर चस्पा कर पुलिस प्रशासन से आवास खाली कराने की मांग भी की है.
बता दें, जसपुर सीएचसी में संविदा पर तैनात डॉक्टर व स्टाफ के बीच हुए विवाद हो गया था, जिसके बाद अस्पताल स्टाफ ने डॉक्टर को हटाने की मांग को लेकर दो घंटे का कार्य बहिषकार शुरू कर दिया था. क्योंकि, जसपुर सीएचसी में संविदा पर तैनात डॉ. संजीव देशवाल को बाजपुर सीएचसी स्थानांतरित कर दिया गया था. बीते सोमवार को डॉ. देशवाल को जसपुर सीएचसी की ओपीडी में मरीजों की जांच करते देख कर्मचारी भड़क गये थे. उन्होंने कार्य बहिष्कार कर दिया. इसके बाद सीएमएस डॉ. हितेश शर्मा ने डॉक्टर को अस्पताल से बाहर किया, तब वे काम पर लौटे थे.
कर्मचारियों का आरोप था कि डॉक्टर का तबादला हो चुका है. लिहाजा अब उन्हें बाजपुर जाना चाहिये. गुरुवार को नाराज स्टाफ ने सीएमएस को एक चेतावनी पत्र सौंपा, जिसमें चेतावनी दी गई थी कि अगर प्रशासन ने देशवाल को नहीं हटाया तो आपातकालीन सेवा बंद करने के साथ ही सीएचसी के सभी 22 कर्मचारी इस्तीफा देने को बाध्य होंगे. चेतावनी के बाद हरकत में आये प्रशासन ने डॉक्टर देशवाल को हटाने के आदेश जारी कर दिये.
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जसपुर सीएचसी के चिकित्साधिकारी हितेश शर्मा ने बताया कि जिला मुख्य चिकित्साधिकारी को हटाने के आदेश की काॅपी डॉ. देशवाल के सराकरी अस्पताल के आवास पर चस्पा कर दी गई है. साथ ही एसडीएम व पुलिस अधिकारियों को पत्र भेज कर देशवाल से सरकारी आवास को खाली कराने की मांग भी की गई है. उन्होंने बताया कि प्रशासन के आदेश आने के बाद नाराज कर्मचारियों ने अपना कार्य बहिष्कार वापस ले लिया है.