रुद्रपुर: डीजीपी (Director General Of Police) अशोक कुमार ने आज सिडकुल में बनाए गये अस्थायी साइबर थाने का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान थाने की बिल्डिंग को लेकर उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि थाने को बेहतर लुक देने के लिए मुख्यालय को प्रस्ताव भेजें ताकि फंड रिलीज किया जा सके. वहीं उन्होंने साइबर थाने में तैनात पुलिसकर्मियों की समस्याएं भी सुनीं. जिसके बाद वो हल्द्वानी के लिए रवाना हो गये.
वहीं, डीजीपी अशोक कुमार ने निरीक्षण के दौरान अस्थायी थाने की बिल्डिंग को लेकर एसएसपी (Senior Superintendent of Police) एसटीएफ (Special Task Force) अजय सिंह को निर्देश दिया कि साइबर थाना रुद्रपुर को A श्रेणी का प्रस्ताव बना कर मुख्यालय भेजें, ताकि कुमाऊं के साइबर थाने को साल का अलग से बजट मिल सके.
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वहीं, डीजीपी अशोक कुमार ने कर्मचारियों की आवासीय समस्याओं को भी सुना. उन्होंने कहा कि कर्मचारी सरकारी आवास में जहां भी रह रहा है वह वहीं पर रह सकता है. उसे जनपद के सरकारी आवास को खाली नहीं करना पड़ेगा.
डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि देशभर में साइबर अपराध तेजी के साथ बढ़ रहा है. इसपर लगाम लगाना पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण है. अभी हाल ही में उत्तराखंड की साइबर टीम द्वारा देश के सबसे बड़े साइबर घोटाले का खुलासा किया है. जो कि साढ़े तीन सौ करोड़ का है. उन्होंने कहा कि ठगों द्वारा 1 लाख लोगों से ठगी की गई है. अब तक इस मामले में 333 FIR दर्ज हुई हैं. उन्होंने कहा की इसलिए कुमाऊं क्षेत्र के लिए अलग से थाना खोला गया है. कुमाऊं के किसी भी जनपद में अगर किसी के साथ ठगी होती है तो वह अपनी शिकायत रुद्रपुर सिडकुल में बने साइबर थाने में दर्ज करा सकता है.
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डीजीपी (Director General Of Police) अशोक कुमार 3 दिन के कुमाऊं दौरे पर हैं. इसी कड़ी में आज वो रुद्रपुर पहुंचे जहां उन्होंने कुमाऊं के अस्थायी साइबर थाने का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान कुमाऊं आईजी (Inspector General of Police) अजय रौतेला, एसएसपी (Senior Superintendent of Police) दलीप सिंह कुंवर समेत जनपद के तमाम पुलिस अधिकारी मौजूद रहे.