काशीपुर: रामनगर रोड स्थित रामलीला मैदान में पुलिस की ओर से सारथी कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें डीआईजी कुमाऊं जगतराम जोशी ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की. कार्यक्रम में उन सारथियों को परिचय पत्र वितरित किये गए, जो पुलिस और जनता के बीच की बढ़ रही खाई को पाटने का काम करेंगे.
दरअसल, कुमाऊं में दिनों-दिन बढ़ रहे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए डीआईजी जगतराम जोशी के निर्देश पर उधम सिंह नगर पुलिस ने पुलिस सारथी बनाए हैं, जो अपराध और अपराधियों की जड़ तक पहुंचने में सारथी के रूप में पुलिस के मददगार बनेंगे. डीआईजी कुमाऊं के निर्देश पर पुलिस विभाग ने पुलिस सारथी बनाना शुरू कर दिया था. पुलिस द्वारा बनाए गए सारथियों को सोमवार को रामलीला मैदान में आयोजित कार्यक्रम के माध्यम से उनकी महत्वता के बारे में जानकारी दी गई.
बता दें, आपराधिक वारदातों के लिहाज से उधम सिंह नगर पहले पायदान पर है. यहां बहुत सी घटनाओं को घटित होने से पहले ही रोका जा सकता है, लेकिन सटीक सूचना के अभाव में पुलिस अक्सर नाकाम रहती है. इस पर रोक लगाने के लिए कुमाऊं मंडल के डीआईजी जगतराम जोशी ने उधम सिंह नगर पुलिस को कई तरह के निर्देश दिए थे. इसके बाद जिले के जसपुर, काशीपुर, बाजपुर, गदरपुर, दिनेशपुर, पंतनगर, रुद्रपुर, सितारगंज, आईटीआई, कुंडा समेत जिले के तमाम थाना पुलिस अपने क्षेत्रों में जुट गई.
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अब पुलिस को इन सारथियों से उम्मीद रहेगी कि यह पुलिस सारथी जनता और पुलिस के बीच सामंजस्य बनाने का काम करेंगे और अपने क्षेत्र में होने वाली घटनाओं की सूचना पुलिस को तत्काल देंगे. इसके साथ ही अपने क्षेत्र में संदिग्धों पर नजर रखकर पुलिस को अवगत कराएंगे. इससे अब पुलिस को कई वारदातों पर जहां अंकुश लगाने में मदद मिलेगी तो वहीं वारदातों के खुलासे में भी पुलिस को काफी मदद मिलने की उम्मीद है.
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कार्यक्रम के दौरान जहां सारथियों ने कार्यक्रम से संबंधित कुछ सवाल पुलिस से पूछे. साथ ही थाना-चौकी पहुंचने वाले फरियादियों के साथ पुलिस द्वारा मानवीय व्यवहार नहीं किए जाने का मुद्दा भी उठाया. जिस पर डीआईजी ने सभी अधीनस्थों को कड़े दिशा-निर्देश देते हुए आगे से ऐसी पुनरावृत्ति नही होने के निर्देश दिये.
डीआईजी जोशी ने इस दौरान सारथियों से भी पुलिस के साथ बेहतर तालमेल बनाते हुए सहयोग की अपेक्षा की. साथ ही उन्होंने सारथियों को चेताया कि अगर वो अपने परिचय पत्र का दुरुपयोग करेंगे तो उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.