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दीपावली पर लोग हुए जागरुक, गोबर से बनी मूर्तियों की डिमांड बढ़ी

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Published : Oct 27, 2019, 10:25 PM IST

काशीपुर में इस बार दीपावली पर ईको फैंडली त्योहार मनाने को लेकर स्थानीय लोग खासा जागरुक नजर आए. लोगों ने गोबर से बने मूर्तियों की मांग की.

बढ़ी गोबर से बनी मूर्तियों की मांग

काशीपुर: इस बार दीपावली पर गाय के गोबर से बनी लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां की मांग की गई. इसके अलावा दूसरे दिन पूजा के लिए भी गोवर्धन महाराज की गोबर से बनी प्रतिमाओं की डिमांड भी की गई. मूर्तिकार नीरज चौधरी ने बताया उनके पास गाय के गोबर से बनी मूर्तियों की डिमांड आई है.

बढ़ी गोबर से बनी मूर्तियों की मांग

इस बार दीपावली पर ईको फ्रैंडली त्योहार मनाने को लेकर स्थानीय लोग खासा जागरुक नजर आए. लोगों ने गोबर से बने मूर्तियों की मांग की. मूर्तिकार नीरज चौधरी का कहना है कि लोगों की मांग पर गोबर से बनी मूर्तियों को बाजार में उतारा गया है. चौधरी ने बताया कि इस कार्य के लिए उन्होंने मास्टर ऑफ सोशल वर्क में डिग्री ली है. मूर्तिकार के मुताबिक 5 इंच की लक्ष्मी- गणेश की मूर्ति की कीमत ₹40 रखी गई है.

ये भी पढ़ें: डोइवाला: इलेक्ट्रिक गोदाम में लगी भीषण आग, लाखों का माल खाक

मूर्तिकार नीरज चौधरी का कहना है कि गोबर से बनी मूर्तियों को बनाने का उद्देश्य ये है कि पाउडर और प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियों के बदले गोबर से बनी मूर्तियों का इस्तेमाल बढ़ाया जाए. जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचे. चौधरी ने कहा कि गाय के गोबर को मान्यता के अनुसार शुद्ध माना जाता है. इसलिए इन मूर्तियों को बनाने में शुद्ध गोबर और प्राकृतिक तेलों का इस्तेमाल किया जाता है.

काशीपुर: इस बार दीपावली पर गाय के गोबर से बनी लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां की मांग की गई. इसके अलावा दूसरे दिन पूजा के लिए भी गोवर्धन महाराज की गोबर से बनी प्रतिमाओं की डिमांड भी की गई. मूर्तिकार नीरज चौधरी ने बताया उनके पास गाय के गोबर से बनी मूर्तियों की डिमांड आई है.

बढ़ी गोबर से बनी मूर्तियों की मांग

इस बार दीपावली पर ईको फ्रैंडली त्योहार मनाने को लेकर स्थानीय लोग खासा जागरुक नजर आए. लोगों ने गोबर से बने मूर्तियों की मांग की. मूर्तिकार नीरज चौधरी का कहना है कि लोगों की मांग पर गोबर से बनी मूर्तियों को बाजार में उतारा गया है. चौधरी ने बताया कि इस कार्य के लिए उन्होंने मास्टर ऑफ सोशल वर्क में डिग्री ली है. मूर्तिकार के मुताबिक 5 इंच की लक्ष्मी- गणेश की मूर्ति की कीमत ₹40 रखी गई है.

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मूर्तिकार नीरज चौधरी का कहना है कि गोबर से बनी मूर्तियों को बनाने का उद्देश्य ये है कि पाउडर और प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियों के बदले गोबर से बनी मूर्तियों का इस्तेमाल बढ़ाया जाए. जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचे. चौधरी ने कहा कि गाय के गोबर को मान्यता के अनुसार शुद्ध माना जाता है. इसलिए इन मूर्तियों को बनाने में शुद्ध गोबर और प्राकृतिक तेलों का इस्तेमाल किया जाता है.

Intro:Summary- इस बार दीपावली के त्यौहार पर इको फ्रेंडली दीवाली मनाने की लोगों ने तैयारी कर ली है। इसके लिए गाय के गोबर से बने लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां तथा कल आने वाले त्योहार गोवर्धन पर गोवर्धन महाराज की गोवर से बनी प्रतिमाओं की डिमांड काशीपुर के नीरज चौधरी के पास आई थी जिसके बाद उन्होंने हजारों की संख्या में प्रतिमाएं लोगों की डिमांड पर भेज दी हैं।

एंकर- इस बार दीपावली के त्यौहार पर इको फ्रेंडली दीवाली मनाने की लोगों ने तैयारी कर ली है। इसके लिए गाय के गोबर से बने लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां तथा कल आने वाले त्योहार गोवर्धन पर गोवर्धन महाराज की गोवर से बनी प्रतिमाओं की डिमांड काशीपुर के नीरज चौधरी के पास आई थी जिसके बाद उन्होंने हजारों की संख्या में प्रतिमाएं लोगों की डिमांड पर भेज दी हैं।
Body:वीओ- मूलतः उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के गांव मेवला फार्म निवासी नीरज चौधरी वर्तमान में आवास विकास काशीपुर में घर बनाकर रह रहे हैं मेवला फार्म में उन्होंने गाय पाली हैं और वहां आसपास से भी गोबर एकत्र कर लेते हैं। मूल गांव के साथ-साथ काशीपुर में भी वह गोबर मूर्ति तैयार कर रहे हैं मास्टर ऑफ सोशल वर्क में डिग्री ले चुके हैं।
वीओ- नीरज के मुताबिक इस बार दीपावली के अवसर पर गोबर से बनने वाले लक्ष्मी गणेश जी की मूर्तियों के सबसे ज्यादा 30000 आर्डर प्राप्त हुए। इसके अलावा देशभर में कल मनाए जाने वाले गोवर्धन त्योहार के बारे में उन्होंने कहा कि गोवर्धन महाराज की गोबर से बनी प्रतिमा और हांडी, दरवाजे के बाहर लगाए जाने वाले शुभ लाभ और गोबर से बने दिए की भी हजारों की संख्या में इस बार डिमांड रही। नीरज के मुताबिक बड़े शहरों में गोवर्धन के अवसर पर गोबर की अनुपलब्धता रहती है जिसके चलते देश के बड़े-बड़े शहरों से उनके पास गोबर से बनी लक्ष्मी गणेश जी की प्रतिमाए, गोवर्धन महाराज की प्रतिमा, गोबर से बने दिए, शुभ-लाभ आदि के हजारों की संख्या में आर्डर प्राप्त हुए थे जिनकी डिमांड करके इन हजारों की संख्या में इन आर्डर की प्रतिमाओं को भेज दिया गया है। वही नीरज ने बताया कि इन प्रतिमाओं को बहुत कम के किफायती दाम रखा गया है। उनके मुताबिक 5 इंच की लक्ष्मी गणेश जी की मूर्ति की कीमत ₹40 रखी गई है।
वीओ- मूर्तियों को विशेष तरीके से तैयार करके बाजार में उतारा गया है इसके पीछे मंशा है कि पाउडर और प्लास्टर ऑफ पेरिस को मूर्तियों के स्थान पर इनका इस्तेमाल बढ़ाया जाए ताकि पर्यावरण को कोई हानि न पहुंचे। गाय के गोबर को मान्यता के अनुसार शुद्ध माना गया है इसी के चलते शुद्ध गोबर से व अन्य प्राकृतिक स्रोत अपनाकर इनका का निर्माण किया गया है।
बाइट- नीरज चौधरी, कलाकारConclusion:

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